डोली की जगह उठी पिता की अर्थी: आंधी-तूफान में पंडाल के उड़ जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका पिता

डोली की जगह उठी पिता की अर्थी: आंधी-तूफान में पंडाल के उड़ जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका पिता

BHAGALPUR: घर में शादी की खुशियां अचानक मातम में तब्दिल हो गयी। दरअसल एक पिता ने बिटिया की शादी की तैयारी में लगे थे। किसी को शादी में दिक्कत ना हो इसका पूरा ख्याल रखा गया था। शादी में आने वाले मेहमानों के लिए बड़े-बड़े आकर्षक पंडाल बनाये गये थे। एक सप्ताह से पंडाल बनाने का काम चल रहा था।


लेकिन शादी के एक दिन पहले आए आंधी-तूफान में सब कुछ बर्बाद हो गया। आंधी इतनी तेज थी कि पंडाल तहस-नहस हो गया। पंडाल में लगे कपड़े भी उड़ गये। जब लड़की के पिता ने पंडाल का हाल देखा तो वे इसे बर्दाश्त नहीं कर सके और सदमें के कारण उनकी मौत हो गयी। 


इस घटना से इलाके के लोग भी सदमे में हैं। लोगों का कहना है कि कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया कि शादी के लिए बने पंडाल उड़ गये और यह सदमा डॉक्टर साहब बर्दाश्त नहीं कर सके। परिजनों ने बताया कि आंधी-तूफान में पंडाल तहस-नहस हो गया था।पंडाल देखकर आने के बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरा परिवार काफी सदमें में है। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि यह घटना होगी।