दिनकट्टु हैं नीतीश, भाजपा में शामिल होने के बाद बोले RCP ... CM ने छोड़ी अपनी जिम्मेदारी, नहीं बचा है इनर्जी लेवल

दिनकट्टु हैं नीतीश, भाजपा में शामिल होने के बाद बोले RCP ...  CM ने छोड़ी अपनी जिम्मेदारी, नहीं बचा है इनर्जी लेवल

HAJIPUR : जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह भाजपा किस व्यवस्था लेने के बाद कल पहली बार बिहार लौटे। बिहार लौटते के साथ ही उन्होंने अपने सबसे करीबी रहने कहे जाने वाले नेता नीतीश कुमार को जमकर खरी-खोटी सुनाई। आरसीपी सिंह ने कहा कि, नितीश कुमार दिनकट्टन कर रहे हैं। वह दिन कट्टू हो गए हैं।


दरअसल, एक जमाने में नीतीश कुमार के सबसे करीबी रहे आरसीपी सिंह ने कुछ दिन पहले भाजपा का सदस्य्ता ग्रहण की है। इसके बाद वो कल बिहार की राजधानी पटना के भाजपा प्रदेश ऑफिस पहुंचे। जहां इनके करीबी कहे जाने वाले कन्हैया सिंह का मिलन और आरसीपी सिंह का स्वागत समारोह  आयोजित किया गया था। इस समारोह के बाद वो सीधा सोनपुर पहुंचे।  जहां उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। आरसीपी सिंह ने कहा कि-  बिहार के मुख्य्मंत्री का इनर्जी लेवल है क्या, आपको लगता है ? 2005 के मुख्यमंत्री और 2020 के मुख्यमंत्री में बहुत अंतर है। लगता है सीएम नीतीश कुमार ढ़ढ़री हो गए हैं। इसके पास कुछ है ही नहीं। उनका काम तो छोड़ दीजिए भाषा सुन लीजिये जरा उससे मालूम चलता है कि उनके अंदर अब इनर्जी लेवल नहीं बचा है। 


वहीं, कर्नाटक नतीजे को लेकर बिहार के सीएम के तरफ से वक्त की गयी ख़ुशी को लेकर आरसीपी सिंह ने कहा कि - दूसरे की शादी में अपने अब्दुल्ला दीवाना हो रहे हैं तो क्या करे, हकीकत है कि नीतीश कुमार को बिहार में काम करने में मन नहीं लग रहा है। इन्होंने वहां छह उम्मीदवार उतारा था, कितने वोट आये जी, नौ सौ कुछ वोट उसके बाद भी उत्साहित रहें, अब दूसरे की शादी में अपने अब्दुल्ला बेगाना हो रहा है तो हम क्या करेंगे। 


इसके आलावा विपक्षी एकता को लेकर सीएम नीतीश कुमार के तरफ से किए जा रहे दौरे को लेकर आरसीपी सिंह ने कहा कि, देखिए बिहार में उनको मन नहीं लगता है, उनको बिहार की जनता ने जो जिम्मेदारी दिया हैं उसको छोड़ दिए हैं।  यह बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं बिहार के साथ। अब बहार में इनका कुछ बचा है।  इनके विधायक 43 हैं और जिनके पास ये जा रहे हैं उनके पास इनकी तुलना में कई गुणा अधिक विधायक हैं। नीतीश बाबू तो दिन कट्टन करते हैं और दिन कट्टु हो गए है।