PATNA CITY: पटना से सटे नौबतपुर के तरेत पाली मठ में 13 से 17 मई तक हनुमत कथा का आयोजन होने जा रहा है। इसे लेकर 12 मई को बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री पटना आ रहे हैं। जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। इसी बीच कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री को लेकर लोग लगातार विरोध कर रहे हैं। पटना सिटी में कसेरा समाज के लोगों ने जुलूस निकाला और 'धीरेंद्र शास्त्री मुर्दाबाद के नारे लगाये।
हैहयवंशी समाज के लोगों ने कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री को माफी मांगने की बात कही है। इस समाज के लोगों का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री ने उनके आराध्य देव राज राजेश्वर सहस्त्रबाहु जी के बारे में अभद्र टिप्पणी की है। इसे लेकर यदि धीरेंद्र शास्त्री ने माफी नहीं मांगी तो नौबतपुर में उनके कथा कार्यक्रम को होने नहीं देंगे। अपनी मांगों को लेकर लोगों ने SDM को भी ज्ञापन सौंपा है।
कसेरा पंचायत पटना सिटी के हैहयवंशी समाज के लोगों ने पूरे इलाके में घुमकर कथा वाचक धीरेन्द्र शास्त्री मुर्दाबाद का नारा लगाया। कहा कि उनके मन में जो आता है बोलते चले जाते हैं जो कि गलत है। टीआरपी बढ़ाने के लिए धीरेंद्र शास्त्री ऐसा करते हैं। अब तो हद हो गयी है कि उन्होंने हमारे अराध्य देव राजेश्वर सहस्त्रबाहू अर्जून जो भगवान विष्णु के चक्र के अवतार हैं उनके बारे में आपत्तिजनक बात कही है जो बर्दाश्त करने लायक नहीं है। धीरेंद्र शास्त्री को इसे लेकर माफी मांगनी होगी नहीं तो वे नौबतपुर में यह कार्यक्रम होने नहीं देंगे।
हैहयवंशी समाज के लोगों का आरोप है कि धीरेंद्र शास्त्री ने परशुराम जयंती के दिन हैहयवंशी समाज के आराध्य देव भगवान श्री राज राजेश्वर सहस्त्रबाहु जी के बारे में अभद्र शब्द बोलकर उन्हें अपमानित किया गया। धीरेंद्र शास्त्री के इस रवैय्ये से गुस्साएं हैहयवंशी समाज के लोगों ने हाथ में तख्तियां लेकर धीरेंद्र शास्त्री मुर्दाबाद के नारे लगाये।
पूरे पटना सिटी इलाके में विरोध प्रदर्शन करने के बाद हैहयवंशी समाज के लोग एसडीओ कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन देकर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना है कि जानबूझकर टीआरपी लेने के चक्कर में हमारे आराध्य देव को धीरेंद्र शास्त्री ने अपशब्द बोला है। हमारे भगवान को अपमानित करने का काम किया गया है। जिसे वे कतई बर्दाश्त नहीं करेगे। इसी के विरोध में आज हैहयवंशी समाज ने विरोध मार्च निकाला गया और धीरेंद्र शास्त्री के विवादित बयान को लोगों के समक्ष रखा गया।