DELHI : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ऊना रेलवे स्टेशन से चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। यह ट्रेन बुधवार को छोड़ कर सप्ताह के अन्य छह दिन चलेगी। ट्रेन हिमाचल प्रदेश के अंब अंदौरा स्टेशन से नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के बीच चलेगी। चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस अंबाला, चंडीगढ़, आनंदपुर साहिब तथा ऊना में रुकेगी। जानकारी हो कि यह एक्सप्रेस महज 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है।
वंदे भारत का दुर्घटना से नाता, ट्रेन के ब्रेक भी हो चुके है जाम
वहीं, इस नए वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर अधिकारीयों का कहना है कि नयी वंदे भारत ट्रेन पहले की ट्रेन की तुलना में अधिक उन्नत और हल्की है तथा कम अवधि में तेज गति से चलने में सक्षम है। इधर, यह वंदे भारत एक्सप्रेस अपने शुरूआती दिनों से ही विवाद में आ गई है। दरअसल, पिछली ट्रेन जिसे 30 सितंबर को रवाना किया गया था, जिसके दो दिन उपरांत यह ट्रेन दो बार दुर्घटना की शिकार हुई। यह ट्रेन लगातार दो दिन जानवरों से टकराने के कारण दुर्घटना का शिकार हो गई। जिससे ट्रेन का इंजन खराब हो गया। वहीं, इससे पहले खुर्जा रेलवे जंक्शन पर ट्रैक्शन मोटर सीज होने से ट्रेन के ब्रेक जाम हो गए।
इन घटनाओं के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि जहां केंद्र सरकार देश में बुलेट ट्रेन चलाने के बारे में विचार कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ भारत में हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत भी सही से चल नहीं पा रही है। भारत में अबतक तीन से चार बार परिचालन बाधित हो चूका है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कमियां कहां आ रही है और भारतीय रेल जो सबसे सुरक्षित सफर का दावा करती है, वह कहां तक सफल है ?