PATNA : सोमवार को बिहार विधानसभा में उस वक्त एक अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब गाड़ी लगाने को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद के ड्राइवर आमने-सामने हो गए. बिहार विधानसभा में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने सुशील मोदी की गाड़ी को निकाल दिया और उसे जनरल में भेज दिया.
दरअसल क्या हुआ -
दरअसल बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद सर्टिफिकेट लेने विधानसभा पहुंचे थे. जब उनकी गाड़ी विधानसभा में आई तब उनके ड्राइवर ने सुशील मोदी को पोर्टिको में उतारा और गाड़ी सीधे ले जाकर बिहार एक उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद के पार्किंग में लगा दी.
सुरक्षाकर्मियों ने मोदी की गाड़ी हटाई
जब सुशील मोदी के ड्राइवर ने गाड़ी को डिप्टी सीएम के पार्किंग में लगाया, उसके कुछ ही देर बाद उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद की गाड़ी आ गई. जब तार किशोर प्रसाद के ड्राइवर ने सुशील मोदी की गाड़ी सामने देखी, उसने आपत्ति जताई. उसने सुशील मोदी के ड्राइवर से कहा कि यह जगह उपमुख्यमंत्री की गाड़ी पार्क करने के लिए है. इस दौरान वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी पहुंच गए, जिन्होंने आनन-फानन में सुशील मोदी की गाड़ी को वहां से हटाया. जब जगह खाली हुई तब मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद की गाड़ी लगाई जा सकी.
क्या है विधानसभा में पार्किंग का नियम
दरअसल बिहार विधानसभा में गाड़ी की पार्किंग के लिए भी नियम बनाये गए हैं. नियमानुसार विधानसभा के मुख्य पद पर रहने वाले लोगों की गाड़ियां लगती हैं. जो नियम है, उसके मुताबिक पोर्टिको की दाईं तरफ विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री की गाड़ी लगाई जाती है. वहीं दूसरी ओर विधानसभा पोर्टिको की बाएं तरफ उप मुख्यमंत्री की गाड़ी लगती है, जहां आज भूल से सुशील मोदी के ड्राइवर ने उनकी गाड़ी लगाई. जिसे बाद में हटाकर जनरल भेजा गया.