PATNA : सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' को आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद भारत में इसपर भी राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस के सीनियर लीडर शशि थरूर और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद बिहार कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने एक बड़ा बयान दिया है. कोरोना वैक्सीन की विश्वसनीयता पर ऊँगली उठाते हुए अखिलेश शर्मा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोगों से पहले टीकाकरण कराने की अपील की है.
बिहार कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने मीडिया में एक बयान जारी करते हुए कहा कि "कोरोना वैक्सीन को लेकर देश के आम आदमी के बीच संशय भी है. इस डाउट को दूर करने के लिए पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं को टीकाकरण कराना चाहिए. ठीक उसी तरह जैसे की अमेरिका और रूस के राष्ट्राध्यक्षों ने कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण करा के अपने देश के लोगों को विश्वास में लेने का काम किया है."
भागलपुर सीट से कांग्रेस के विधायक अजित शर्मा ने आगे कहा कि "सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की स्थापना कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुई थी. मैं इन दोनों कंपनियों को बधाई देता हूँ. उन्होंने कोरोना की वैक्सीन बनाकर देश की जनता को एक संदेश देने का काम किया है. ये दोनों कंपनियां कांग्रेस की देन है. इसलिए कांग्रेस पार्टी को भी बधाई देनी चाहिए."
उधर कांग्रेस नेता शशि थरूर से लेकर जयराम रमेश ने भारत बायोटेक की देसी वैक्सीन को मंजूरी मिलने पर चिंता जताई. शशि थरूर ने कहा कि कोवैक्सिन ने अभी फेज-3 के ट्रायल पूरे नहीं किए हैं, ऐसे में इसे मंजूरी देना चिंताजनक हो सकता है. डॉक्टर हर्षवर्धन को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. पूरे ट्रायल खत्म होने तक इसके इस्तेमाल से भी बचना चाहिए. भारत इस दौरान एस्ट्रा जेनेका के इस्तेमाल से शुरुआत कर सकता है. इससे पहले सपा नेता अखिलेश यादव ने भी वैक्सीन पर चिंता जताते हुए कहा था कि वे भाजपा की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे.
हम आपको बता दें कि एक ओर जहां राजनीतिक पार्टियां सवाल उठा रही हैं. वहीं, दूसरी ओर देश के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी कि DCGI ने बड़ा ऐलान किया है. DCGI ने सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को आपातकाल इस्तेमाल की अंतिम मंजूरी दे दी है.
DCGI के निदेशक वीजी सोमानी ने बताया कि दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इसका इस्तेमाल इमरजेंसी की स्थिति में किया जा सकेगा. DCGI के मुताबिक दोनों ही वैक्सीन की दो दो डोज इंजेक्शन के रूप में दी जाएगी. इन दोनों वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री के तापमान में सुरक्षित रखा जा सकेगा.
DCGI के निदेशक वीजी सोमानी ने कहा कि ये वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि ये वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है. वीजी सोमानी ने कहा कि वैक्सीन 110 प्रतिशत सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि अगर सुरक्षा को लेकर तनिक भी चिंता रही तो वे ऐसी किसी भी वैक्सीन को एप्रूव नहीं करेंगे. वीजी सोमानी ने कहा कि हल्के साइड इफेक्ट होते हैं लेकिन इसे लेकर चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि हल्का बुखार, दर्द, एलर्जी जैसी चीजें हर वैक्सीन से होती है.