DESK : कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में टीकाकरण के शुरू हुए आज रविवार को एक साल पूरा हो गया है। 16 जनवरी 2021 को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी। इस मैराथन अभियान का पहला चरण स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण से शुरू हुआ था आज इसके दायरे में 15 से 18 वर्ष के किशोर भी आ गए हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के साथ यह अभियान शुरू हुआ था। कोरोना महामारी की पहली लहर के बाद देश राहत की सांस ले रहा था। टीके से बचाव की उम्मीद बढ़ी थी कि अचानक डेल्टा के रूप में एक नए वैरिएंट ने ऐसी तबाही मचाई की लोग हैरान और परेशान रह गए। हालांकि, तभी टीके ने बचाव किया था और जिन लोगों को इसकी एक डोज भी लग गई थी उन्हें महामारी से बेहतर सुरक्षा मिली।
आंकड़ों की बात करें तो अब तक 65 करोड़ आबादी को दोनों डोज लग चुकी है, वहीं देश में 11 करोड़ आबादी ऐसी भी है जिसे एक भी डोज नहीं लगी है। 6 जनवरी 2021 से 15 जनवरी 2022 शनिवार तक वैक्सीन की 156 करोड़ डोज लगाई गई हैं। देश में 94 करोड़ वयस्क और 15. से 18 साल के 7.40 करोड़ किशोर हैं। इन्हें मिलाकर फिलहाल वैक्सीन योग्य आबादी 101.40 करोड़ हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इनमें से 64.31% यानी 65.21 करोड़ लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। वहीं 89.16% यानी 90.41 करोड़ पात्र लोग सिंगल डोज लगवा चुके हैं। इस तरह 10.99 करोड़ लोगों को एक भी डोज नहीं लगी है। जबकि 25.19 करोड़ लोगों को दूसरी डोज दी जानी है। 10 जनवरी से शुरू हुए अभियान के बाद 38 लाख प्रीकॉशन डोज लगी हैं।