ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

बिहार : कोरोना मरीज की मौत के बाद नहीं पहुंचे परिजन, डॉक्टर ने ही मुखाग्नि देकर किया अंतिम संस्कार

बिहार : कोरोना मरीज की मौत के बाद नहीं पहुंचे परिजन, डॉक्टर ने ही मुखाग्नि देकर किया अंतिम संस्कार

BEGUSARAI : बिहार में कोरोना महामारी ने ऐसी तबाही मचा रखी है कि कई बार मरीजों की मौत के बाद पराये तो दूर अपनों ने भी उनसे मुंह मोड़ लिया है. ऐसे कई मामले आये दिन सामने आते रहते हैं लेकिन आज जो मामला सामने आया है उसमें अपनी जान की परवाह किये बगैर कोरोना मरीजों की सेवा करने वाले एक डॉक्टर ने मानवता की मिसाल पेश की है. दरअसल, बेगूसराय जिले में कोरोना से मरीज की मौत होने के बाद जब उसके अपने उसका अंतिम संस्कार करने नहीं आ पाए तो डॉक्टर ने मरीज को मुखाग्नि देकर उसका अंतिम संस्कार किया. 


मामला बेगूसराय जिले के चमथा-एक पंचायत के वार्ड संख्या- दो स्थित चमथा छोटखूंट का है. जानकारी के अनुसार, 55 वर्षीय धीरेंद्र सिंह की कोरोना से मौत होने के बाद उन्हें मुखाग्नि देने वाला कोई नहीं मिला. इकलौता बेटा चंडीगढ़ की एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है और लॉकडाउन की वजह से फंसे होने के कारण वह अपने पिता को मुखाग्नि देने नहीं आ सका. मृतक का एक भाई और भतीजा घर पर है लेकिन दोनों बीमार बताए जा रहे हैं.


अस्पताल से श्मशान घाट तक शव के साथ मृतक की एकमात्र पत्नी ही विलाप करने को रह गई. मृतक को मुखाग्नि देने के लिए जब मेडिकल टीम ने उसके घर-परिवार और समाज के लोगों को बुलावा भेजा तो कोई भी घर से नहीं निकले. रात भर लोगों के आने का इंतजार करने के बाद प्रभारी चिकत्सिा अधिकारी डॉ राम कृष्ण, बीडीओ कुमारी पूजा, सीओ नेहा कुमारी और थानाध्यक्ष अजित कुमार ने शव को अपनी मौजूदगी में एंबुलेंस से तेघड़ा प्रखंड के अयोध्या पत्थर घाट पहुंचाया. 


अधिकारियों की टीम श्मशान घाट पर भी मृतक के परिवार या फिर सगे- संबंधियों के आने का इंतजार करती रही. अधिकारियों की ओर से बार-बार अपील करने के बाद भी जब कोई श्मशान घाट नहीं पहुंचा तब प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम कृष्ण ने ही मुखाग्नि देकर मृतक का अंतिम संस्कार किया. 


इधर बीडीओ ने बताया कि धीरेंद्र सिंह एक सप्ताह पहले से बीमार पड़े थे. उनकी जांच दलसिंहसराय अनुमंडलीय अस्पताल में की गई थी. कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद उन्हें दलसिंहसराय अनुमंडल अस्पताल में ही भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.