भारत में कोरोना को लेकर हाई डेफिनेशन वीडियो स्ट्रीमिंग पर लगाया गया ब्रेक

भारत में कोरोना को लेकर हाई डेफिनेशन वीडियो स्ट्रीमिंग पर लगाया गया ब्रेक

Desk : पूरा देश में 21 दिनों का लॉक डाउन है. ऐसे में देश के प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगो वर्क फ्रॉम होम की व्यस्था के तहत घर से काम के रहे है. इसके चलते इंटरनेट बैंडविथ पर दबाव काफी बढ़ गया है. नेटवर्क पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, फेसबुक जैसी कंपनीयों ने एचडी क्वालिटी और अल्ट्रा एचडी विडियो की स्ट्रीमिंग पर फिलहाल कुछ दिनों के लिए रोक लगा दिया है. अब स्मार्टफोन पर वीडियो की क्वालिटी 480p रहेगी. यानि अब आप स्मार्टफ़ोन पर स्टैंडर्ड डेफिनेशन (एसडी) विडियो ही चला पाएंगे. एसडी क्वालिटी विडियो स्ट्रीमिंग में ग्राहकों का इंटरनेट डाटा कम खर्च होगा. यह फैसला अभी केवल मोबाइल नेटवर्क पर लागू है. ब्रॉडबैंड सेवा सामान्य रूप से चलता रहेगा. यह निर्णय 14 अप्रैल तक लागू रहेगा, कंपनियों ने ऐसा इसलिए किया है ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा लोड ना पड़े और इंटरनेट सेवा सुचारू रूप से चलता रहे. 


  वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा किये गए बैठक में तमाम बड़े कंपनियों के हेड जैसे स्टार डिज्नी इंडिया के चेयरमैन उदय शंकर, सोनी एंटरटेनमेंट के एनपी सिंह, गूगल के संजय गुप्ता, फेसबुक के अजीत मोहन, वायकॉम18 के सुधांशु वत्स, अमेजन प्राइम वीडियो के गौरव गांधी, टिक टॉक के निखिल गांधी, नेटफ्लिक्स के अंबिका खुराना, एम एक्स प्लेयर के करण बेदी, हॉटस्टार के वरुण नारंग और जी इंडिया लिमिटेड के पुनीत गोयनका शामिल हुए.

कोरोना वायरस के संक्रमण को तोड़ने के लिए सरकार ने 21 दिन तक देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की है. यानी 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लोग अपने घरों में ही रहेंगे. लॉकडाउन की हालत में लोग वर्क फ्रॉम होम करने के लिए मजबूर हैं. इससे डाटा का इस्तेमाल अप्रत्याशित तौर पर बढ़ गया है. हालांकि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (आईएसपी) ने पूरा विश्वास जताया है कि उनका नेटवर्क हेवी ट्राफिक झेलने के काबिल है.