MUMBAI : कोरोना महामारी के कारण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी संकट में आ गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अगर अपनी कुर्सी बचाए रखनी है तो महाराष्ट्र के अंदर हर हाल में कोरोना महामारी के बीच ही चुनाव कराने होंगे। जी हां, महाराष्ट्र विधान परिषद की खाली पड़ी 9 सीटों पर जल्द चुनावी प्रक्रिया शुरू करने की कवायद तेज हो गई है।
दरअसल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे विधानसभा या विधान परिषद दोनों में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद उद्धव ठाकरे के लिए 27 मई 2020 के पहले विधानमंडल का सदस्य बनना जरूरी है। महाराष्ट्र में विधान परिषद की 9 सीटें 24 अप्रैल से रिक्त है और इन्हीं में से एक सीट पर उद्धव ठाकरे को विधान परिषद जाना है लेकिन कोरोना महामारी के कारण पूरी चुनावी प्रक्रिया बाधित है।
अब इस संकट के बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल में चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि वह विधान परिषद की खाली पड़ी सीटों पर चुनावी प्रक्रिया को शुरू करें। महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी ने कहा है कि केंद्र ने देश में लॉकडाउन में कई तरह की छूट का ऐलान किया है। इस छूट का इस्तेमाल विधान परिषद की सीटों के चुनाव के लिए किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच हुई बातचीत में भी इस मुद्दे पर चर्चा हो चुकी है।