ब्रिटेन में कोरोना की तीसरी लहर : डेल्टा वैरिएंट के कारण 40 फीसदी केस बढ़े, भारत में मिला था पहला केस

ब्रिटेन में कोरोना की तीसरी लहर : डेल्टा वैरिएंट के कारण 40 फीसदी केस बढ़े, भारत में मिला था पहला केस

DESK : कोरोना की दूसरी लहर ने दुनियाभर में जो तबाही मचाई भारत जैसा देश से जिस तरह इस लहर की चपेट में आया उसके बाद तीसरी लहर की आशंका को लेकर सभी डरे हुए हैं बड़ी खबर यह है कि ब्रिटेन में तीसरी लहर की आशंका के बीच कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। पिछले एक हफ्ते के दौरान नए कोरोना के मामलों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 13 जून को ब्रिटिश सरकार ने कोरोना के 7490 नए मामले दर्ज किए, जबकि 6 जून 2021 को नए मामलों की संख्या केवल 5341 थी।


तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन लॉकडाउन की पाबंदियों को हटाने में चार हफ्ते की देरी का एलान किया है। ब्रिटेन में पहले 21 जून को पाबंदियों को हटाने की तारीख तय की गई थी। लेकिन अब प्रतिबंधों को हटाने की तारीख को 19 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर लॉकडाउन हटा तो एक महीने में प्रतिदिन मिलने वाले कोरोना के नए मामलों की संख्या बढ़कर एक लाख पर पहुंच सकती है। ऐसी स्थिति में अस्पतालों पर दबाव बढ़ जाएगा। सात दिनों के दौरान कोरोना से रोजाना होने वाली मौतों की संख्या दोगुनी हो गई है।


डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में पाया गया था, जिसे डबल म्यूटेशन वैरिएंट भी कहा जाता था। इसे बी.1.617 के रूप में जानते हैं । दुनिया में इसके उप प्रकार बी 1.617.2 का प्रकोप फैल रहा है। इसमें पुन: म्यूटेशन के बाद इसका नया रूप बी. 1.617.2.1 सामने आया है। इसे एवाई 1 भी कहा जा रहा है।