PATNA : कोरोना की दूसरी लहर के बाद सरकार अब डेल्टा प्लस को लेकर सतर्क हो गई है। डेल्टा वेरिएंट के बदले हुए स्वरूप डेल्टा प्लस को लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। देश के पांच राज्यों में बुधवार तक डेल्टा प्लस से संक्रमण के 43 मामले आने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। डेल्टा प्लस से संक्रमण के 40 केस महाराष्ट्र, केरल और मध्यप्रदेश में मिले हैं। केंद्र ने इन तीनों राज्यों को विशेष सतर्कता बरतने और जन स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाने को कहा है। इस बीच कर्नाटक में दो और तमिलनाडु में एक मामला डेल्टा प्लस का सामने आया है।
इस नई आफत को लेकर केंद्र ने राज्यों को इंडियन सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के हालिया नतीजों के बारे में सचेत किया है। बिहार में कोरोना वायरस के नये वेरिएंट डेल्टा प्लस की जांच को लेकर सैंपल उड़ीसा के भूवनेश्वर स्थित वायरोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती इसलिए जांच का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार ने नये रुप डेल्टा प्लस को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को 40-50 सैंपल कोरोना संक्रमितों से जमा कर भूवनेश्वर भेजने का फैसला किया है।
उधर बिहार में ब्लैक फंगस के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को पटना में ब्लैक फंगस के नौ नए मरीज मिले हैं जबकि दो की मौत हो गई है। एक मरीज की मौत पीएमसीएच में और एक की मौत पटना एम्स में हुई। बुधवार को एम्स पटना में चार, आईजीआईएमएस में चार और पीएमसीएच में एक मरीज भर्ती कराये गए। एम्स में फंगस वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 125, आईजीआईएमएस में 107 और पीएमसीएच में 20 हो गई है।