1st Bihar Published by: Updated Mon, 13 Dec 2021 09:37:18 AM IST
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PATNA : हाल के कुछ दिनों से विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार, अराजकता तथा अनियमितता का माहौल व्याप्त है. अब बिहार के विश्वविद्यालयों में कॉपी खरीद घोटाले मामले में एक बार फिर जांच की मांग उठी है. इसमें सीधे राज्यपाल के निजी सचिव विजय सिंह के साथ ही अतुल श्रीवास्तव का नाम सामने आ रहा है. मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विवि के कुलपति प्रो. कुद्दूस ने सीधे राजभवन पर निशाना साधा है. राज्यपाल के सचिव पर भ्रष्टाचार के लिए दबाव बनाने का आरोप लग रहा है.
प्रो. कुद्दूस ने इस मामले में जांच करने की मांग की है. प्रो. कुद्दूस ने 9 दिसंबर को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर विजय सिंह और अतुल श्रीवास्तव के मोबाइल नंबर की फॉरेंसिक जांच कराने का आग्रह किया है. प्रो. कु्द्दूस ने कहा है कि मोबाइल नंबर 9415010066, 9919888608 और 6394819121 की फोरेंसिक जांच कराई जाए।
इसके पहले राजभवन के संयुक्त सचिव प्रवीण गुप्ता ने 30 नवंबर को प्रो. कुद्दूस को पत्र लिखकर कहा था कि अतुल का राजभवन सचिवालय से संबंध है, इसका साक्ष्य दें. राजभवन के इसी पत्र के बाद प्रो. कुद्दूस ने पत्र लिख कर कहा है कि सभी साक्ष्य खुद राजभवन में मौजूद हैं.
VC ने पत्र में कहा है कि अतुल श्रीवास्तव ने तीन-तीन मोबाइल नंबर से और राजभवन के एक्सचेंज से राज्यपाल के आप्त सचिव विजय सिंह ने भुगतान के लिए कई बार दबाव बनाया था. अतुल, विजय सिंह और मेरे मोबाइल की फॉरेंसिक जांच और कॉल डाटा रिकॉर्ड से साक्ष्य को खोजा जा सकता है. राजभवन के CCTV कैमरे का फुटेज और विजिटर लॉग बुक की छानबीन से अतुल का राजभवन से संबंध स्पष्ट किया जा सकता है.
इससे पहले प्रो. कुद्दूस ने 20 नवंबर को मुख्यमंत्री को भी पत्र लिख कर कहा था कि जब अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार एलएनएमयू के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के जिम्मे था, तो 7 रुपए की कॉपी 16 रुपए में खरीदी गई. वहीं वीसी प्रो. कुद्दूस के आरोप पर राज्यपाल के निजी सचिव विजय सिंह ने कहा कि जो सच है, सामने आ ही जाएगा.