MUZAFFARPUR: कॉलेज में एडमिशन के वक्त एक साथ तीन हजार छात्र बीमार पड़ गये। यह सुनकर आपकों भी आश्चर्य हुआ होगा लेकिन यह बात सही है। मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविधालय में यह मामला सामने आया है। दरअसल पार्ट वन में एडमिशन जब छात्रों का छूट गया तब एक साथ तीन हजार छात्र-छात्राएं बीमार पड़ गये। ये सभी एडमिशन के वक्त ही बीमार पड़ गये थे इसलिए समय पर अपना नामांकन नहीं करा सके। छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से एडमिशन का एक और मौका दिए जाने की मांग की है।
बीआरए बिहार विश्वविधालय के UMIS कॉर्डिनेटर प्रो.ललन झा ने बताया कि इन छात्रों को तीसरी मेरिट लिस्ट में मौका दिया जायेगा। स्नातक पार्ट वन में पहली मेरिट लिस्ट में दाखिले की अंतिम तारीख 20 सितंबर तक ही थी। जिन छात्रों का एडमिशन पहली लिस्ट में नहीं हुआ। वे दूसरी मेरिट लिस्ट के निकलने के बाद भी नामांकन लिए नहीं पहुंचे। और पांच दिन पहले एक साथ कई छात्रों का आवदेन मिला।
जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि बीमार पड़ने के कारण वे पहले मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी एडमिशन नहीं करवा पाए। प्रो. ललन झा ने बताया कि दूसरी मेरिट लिस्ट में भी करीब छह हजार सीटें खाली रह गयी। दूसरी मेरिट लिस्ट में 13 हजार 500 छात्रों के नाम निकाले गये थे लेकिन 7300 छात्रों ने ही दाखिला लिया है।
वही स्नातक की तीसरी लिस्ट में 33 हजार छात्रों का चयन किया गया है। मेरिट लिस्ट निकाले जाने के बाद 14 से 25 अक्टूबर तक दाखिला लिया जायेगा। इस मेरिट लिस्ट में पहली और दूसरी मेरिट लिस्ट में छूटे छात्रों को भी मौका दिया जायेगा। बिहार विवि में एक लाख 30 हजार सीटों पर स्नातक में दाखिला लिया जाना है।