PATNA: बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बीजेपी और जेडीयू के नेताओं में बयानबाजी के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने बड़ा बयान दे दिया है. संजय जायसवाल ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा-आप कहीं जाने के लिए निकलतें हैं लेकिन रास्ते में कहां एक्सीडेंट हो जाये, ये कौन जानता है. सूबे में बढ़ते अपराध से नाखुश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि वे 2005 की तरह अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराने की तत्काल व्यवस्था करें।
कब एक्सीडेंट हो जाये पता नहीं
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल ने आज एक टीवी चैनल से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा औऱ जेडीयू का बिहार में चुनाव से पहले समझौता हुआ था। हमने जो समझौता किया था, उसका पालन कर रहे हैं। संजय जायसवाल से सवाल पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार 2025 तक बिहार के सीएम बने रहेंगे। जवाब क्या मिला उसे पढ़िये...“आप यहां से जाइयेगा औऱ रास्ते में आपका कोई एक्सीडेंट नहीं होगा ये कौन जानता है। आगे की बात इस दुनिया में कोई नहीं कर सकता है।”
वैसे संजय जायसवाल ने कहा कि पिछला चुनाव बीजेपी और जेडीयू ने साथ मिलकर लड़ा था औऱ जिस कारण से लड़े थे वह सबके सामने है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश के उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं को मीडिया के दिमाग की उपज करार दिया
भाजपा में योगी मॉडल से सीएम बनेगा
संजय जायसवाल से पूछा गया कि भाजपा के विधायक मांग कर रहे हैं कि बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री होना चाहिये. संजय जायसवाल बोले- उत्तर प्रदेश में जब योगी जी मुख्यमंत्री बने थे तो क्या किसी ने सोंचा था कि वह मुख्यमंत्री बनेंगे. या फिर हरिय़ाणा में मनोहर लाल खट्टर सीएम बने थे तो क्या किसी ने सोंचा था. यही भाजपा का योगी मॉडल है. भाजपा में फैसले केंद्रीय नेतृत्व करता है और केंद्रीय नेतृत्व जो फैसला लेता है वह सब को मंजूर होता है. बिहार के बारे में भी सारे फैसले केंद्रीय नेतृत्व करेगा.
नीतीश को बीजेपी की तल्ख नसीहत
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि 2005 में जब नीतीश जी मुख्यमंत्री बने थे तो फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से हर अपराधी को तेजी से सजा दिलवायी गयी थी. संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार को वैसे ही काम करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि-आज मुझे लगता है कि हर हत्याकांड औऱ बलात्कार पर फास्ट ट्रैक बैठना चाहिये औऱ जिस तरीके से उस समय कार्रवाई हुई थी उसी तरीके से कार्रवाई की बहुत जरूरत है.