CM नीतीश ने राहुल गांधी पर तोड़ी चुप्पी, कहा - मैं सबकुछ देख रहा हूं, क्या हो रहा है

CM नीतीश ने राहुल गांधी पर तोड़ी चुप्पी, कहा - मैं सबकुछ देख रहा हूं, क्या हो रहा है

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के निलंबन मामले में आज अपनी चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि, यह सब तो कोर्ट का मामला है और इस ममाले पर मैं कभी भी कुछ भी नहीं बोलता हूं। हमारी पार्टी के लोग तो इस मसले पर अपना जवाब और हमारी पार्टी का बात तो रख ही रहे हैं। उससे अधिक इसमें क्या बोलना है। बाकी क्या हो रहा है, हम सबकुछ देख रहे हैं। 


दरअसल, बिहार सम्राट अशोक जयंती पर आयोजित राजकीय समारोह में शामिल होने पहुंचे थे और इसी दौरान जब उनसे राहुल गांधी के निलंबन को लेकर सवाल किया गया तो सीएम ने कहा - हम जब से राजनीति में हैं हमने कभी कोर्ट के बारे में कभी कमेंट नहीं किया है,अगर किसी पर मुकदमा होता है तो भी  उस पर भी हम कमेंट नहीं करते। मेरी आदत है कि इन चीजों पर हम कमेंट नहीं करते हैं, जो कुछ भी होगा सब लोग मिलकर के उसके बारे में विचार करेंगे। अगर हाई कोर्ट से कोई फैसला आता है तो सबको अधिकार है ना सुप्रीम कोर्ट में जाने का, वैसे हम  17 साल से सरकार चला रहे हैं और तब से लेकर आजतक किसी की जांच होती है तो उसमें हम इंटरफेरेंस नहीं करते हैं। 


इसके आलावा उन्होंने एक बार फिर से विपक्षी एकजुटता को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, विपक्ष के लोगों में अधिक से अधिक एकता हो यही  मेरी इच्छा है और हम इंतजार कर रहे हैं, ज्यादा से ज्यादा लोग एकजुट हो जाएंगे तो थोड़ा मजबूती के साथ 2024 का लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। यही वजह है कि हम अभी चुपचाप बैठे हुए हैं।  दिल्ली में हम दो राउंड गए सभी लोगों से बातचीत हुई अब हम उनलोगों के जवाब का हम वेट कर रहे हैं। इसको लेकर हम कांग्रेस के लोगों को भी कह दिया है कि, आप तय कर लिगिए आपको अन्य लोगों के साथ मिलकर काम करना है तो हमलोग इंतजार कर रहे हैं। 


 इधर, जब उनसे  बिहार भाजपा में बदलाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, शुरू में वो हमारे साथ थे उनको हमने क्या कुछ नहीं दिया उसके बाद भी वो भाग गए। उनका काम ही इधर, उधर करते रहना है। इसलिए उनसे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है। इसके साथ ही नीतीश ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर भी कहा कि,  शुरू में वो भी  हमारे साथ थे तो उनको क्या से क्या बनाया बाबजूद उइसके वो भाग गए उसके बाद भी उनको वापस लाकर राज्यसभा भेजें फिर वापस आए तो बोलें आपको छोड़ कर कहीं नहीं जाएंगे लेकिन वापस से फिर भाग गए तो ये तो उनका एक आदत सा बन गया है।  इसलिए अब उनसे कोई फर्क नहीं पड़ता है।