PATNA : CM नीतीश कुमार इन दिनों राज्य भर में समाज सुधार यात्रा पर है. इस अभियान के द्वारा बिहार में शराबबंदी कानून और इसके प्रति लोगों को जागरूक कर रही है. और लोगों से शराब छोड़ने की अपील कर रहे हैं. जहां CM नीतीश शराब छोड़ने की बात क्र रहे है वहीं दुसरे तरफ उनके साथ तैनात ऑफिसर होटलों में जाम छलका रहे हैं.
आपको बता दें यह मामला सासाराम में 23 दिसंबर का है. जब पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय अपर निदेशक समाज सुधार अभियान से पहले कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने गए थे. जहां इन पर आरोप लगाया है कि ये जिस होटल में में ठहरे थे वहां इनके साथ के लोगों ने साथ में जमकर शराब पी. बता दें कि डॉ. सुकुमार भी संदिग्ध मिले, लेकिन इन्होंने जांच करने से मना कर दिया. जिसके बाद उन्हें शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया.
बताया जा रहा कि सासाराम DM ने डॉ. जनार्दन प्रसाद सुकुमार की शिकायत की थी. DM ने लिखे पत्र में बताया कि RDD मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समाज सुधार यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए 23 दिसंबर काे सासाराम के रोहित होटल में ठहरे थे. इसी दिन उनके साथ अन्य कमरों में ठहरे लोग जांच के दौरान शराब के नशे में पाए गए। डॉ. सुकुमार को संदिग्ध पाया गया. लेकिन उन्होंने शराब सेवन की जांच में सहयोग नहीं किया. वह जांच कराने के बजाए होटल से बाहर चले गए. DM ने कहा है कि इस कारण से उनके शराब सेवन करने के कृत्य को संदेहास्पद माना गया.
सरकार के संयुक्त सचिव राम ईश्वर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है. डॉ. सुकुमार का यह बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 के नियम 3 और 4 में निहित प्रावधानों के खिलाफ है. इस नियमावली के तहत अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है.