चुनाव नतीजों के लिए इसबार करना होगा ज्यादा इंतजार, मतगणना में इस कारण से होगी देरी

चुनाव नतीजों के लिए इसबार करना होगा ज्यादा इंतजार, मतगणना में इस कारण से होगी देरी

PATNA : बिहार में किसकी सरकार बनेगी इसका जवाब जनता जनादेश के सामने आने के बाद मिल जाएगा. 7 नवंबर को अंतिम चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद 10 नवंबर को मतगणना की तारीख रखी गई है. मतगणना के दिन सुबह से ही रुझान आने शुरू हो जाते हैं और दोपहर होते-होते जनादेश की तस्वीर साफ हो जाती है लेकिन बिहार विधानसभा के चुनाव नतीजे आने में इस बार देरी हो सकती है.


दरअसल बिहार के अंदर कोरोना काल में चुनाव हो रहे हैं और मतगणना के दौरान भी कोविड-19 को फॉलो किया जाएगा. ईवीएम से वोटों की गिनती की प्रक्रिया कोविड-19 के नियम के तहत होगी, इसकी वजह से देरी हो सकती है. साथ ही साथ कोरोना के कारण इस बार राज्य में बूथों की संख्या पहले से ज्यादा बढ़ाई गई है, इस वजह से भी काउंटिंग में देरी होगी. पटना जैसे जिले में इस बार तकरीबन 50 राउंड की काउंटिंग होगी. पहले पटना में 28 से 30 राउंड की मतगणना होती थी और नतीजे सामने आ जाते थे लेकिन इस बार बूथों की बढ़ी हुई संख्या की वजह से देरी हो सकती है.


केवल पटना की बात करें तो जिले के 14 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना के दौरान इस बार 2414 बूथ ज्यादा होंगे. इन बूथों के अलग ईवीएम मशीन होंगे. इस लिहाज से काउंटिंग में ज्यादा वक्त लगेगा. 2015 के विधानसभा चुनाव में पटना की 14 विधानसभा सीटों पर 4620 मतदान केंद्र बनाए गए थे लेकिन इस बार आयोग ने मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 7034 कर दी. कोरोना वायरस के तहत एक हजार से ज्यादा वोटर्स को एक बूथ पर नहीं रखा गया. पटना के डीएम कुमार रवि के मुताबिक मतगणना के लिए टेबल की संख्या 14 होगी, लेकिन काउंटिंग का राउंड बढ़ जाएगा, इसकी वजह से रुझान तो समय पर मिल जाएंगे लेकिन परिणाम में देरी होगी.