PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों को जल्द से जल्द पुलिस सहायता मिल सके इसके लिए क्विक रिस्पांस टीम डायल 112 का गठन किया है। लेकिन,अब नीतीश कुमार की यही पुलिस बंद मॉल से सामान लेकर निकल गई। लेकिन, इनलोगों ने चोरी का आरोप लगाकर पकड़ लिया। गाड़ी की तलाशी ली गई तो कई समान मिले। वही इस बारे में जब कार्ट की टीम से पूछा गया तो पुलिस कभी मुंह छुपाती तो कभी हाथ जोड़कर छोड़ देने की गुहार लगाती रही।
दरअसल, यह पूरा मामला राजीव नगर थाने का है। यहां रामनगरी में रैपिड बाजार मॉल के अंदर रात के करीब 10:30 बजे डायल 112 की पुलिस सामान लेकर निकाली। पता चलने पर उनकी गाड़ी का पीछा किया गया। जिसके बाद वे लोग तेजी से भागने लगे, लेकिन इन लोगों को रोक लिया गया। इसके बाद भी सड़क पर शुरू हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा। लोगों ने इसके बाद लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया और पुलिस चोर हैं। इस बात का जमकर नारा भी लगाया। उसके बाद राजीव नगर पुलिस सभी लोगों को थाने ले गई।
इस मामले में मॉल के मालिक सन्नी कुमार का कहना है कि रेंट को लेकर विवाद था। मकान मालिक ने ताला बंद कर दिया था, लेकिन रात के अंधेरे में मकान मालिक मॉल का सामान निकलवा कर कहीं दूसरी जगह भेजा रहा था। इसमें इसका साथ पुलिस भी दे रही थी। इसी दौरान रात 10 बजे के बाद 2 पिकअप सामान कहीं भेजवा दिया। इस बात की जानकारी जब मेरे स्टाफ को लगी तो वे मेरे साथ मॉल पहुंचे। वहां देखा कि पुलिस वाले सामान भर के निकल रहे थे।इसके बाद जब हमने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि खरीद कर ले जा रहे है। जब उनसे बिल की बात पूछी गई तो उनका कहना था कि पैसा कल देंगे। इसके बाद हमने कहा जब मॉल बंद है तब आप लोग कैसे सामान खरीद सकते हैं। आप लोग सामान चोरी कर के ले जा रहे हैं। इतने में वे लोग भागने लगे। जब हमने उनका पीछा कर के उनको रोका तो वे लोग सामान को मकान मालिक के कहने पर कही पहुंचाने की बात करने लगे।
वहीं, इस मामले में मॉल के मकान मालिक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मॉल के रेंट का पैसा बाकी था। कई दिनों से किराया मांगने के बाद भी नहीं मिला। जब बाकी किराया 2.50 लाख तक पहुंच गया तो मॉल के मालिक ने 2.50 लाख का चेक दिया। चेक बाउंस हो गया। जिसके बाद मैंने मॉल में ताला लगवा दिया। चाभी उनके पास ही थी। उन्होंने किराया जमा करने के बाद फिर से मॉल खुलने की बात कही। मकान मालिक वीरेंद्र ने कहा कि देर रात पुलिस वाले आए उनको सामान खरीदना था। पुलिसवालों को जो सामान चाहिए था उनलोगों ने ले लिया। पैसा कल देने की बात कही। फिर चले गए। तभी मॉल के मालिक के लोग पहुंच गए और पुलिस पर सामान चोरी कर ले जाने की बात कहने लगे। इतने लोगों को और अपने उपर चोरी का इंजाम लगता देख पुलिस वहां से भागने लगी।
जबकि, इस मामले में राजीव नगर थाना के थानाध्यक्ष रमन कुमार ने बताया - मामला मकान मालिक और रेंटर के बीच का है। दोनों के बीच रेंट के पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। सामान निकालने को लेकर विवाद हुआ है। दोनों पक्षों से आवेदन ले लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं, लोगों ने डायल 112 की पुलिस पर सामान चुराने का आरोप पर लगाया है। चोरी के आरोप की जांच की जा रही है। जांच में अगर पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इधर, इस मामले में पटना के SSP राजीव मिश्रा के अनुसार, प्रथम दृष्टया चोरी करने की बात गलत है। मामले में मकान मालिक और किरायेदार के बीच विवाद की बात बताई जा रही है। समान भी मकान मालिक द्वारा दिए जाने की बात बताई गई है। पूरी घटना की वास्तविक परिस्थितियों के विषय में डीएसपी एंड ऑर्डर को जांच करने के लिया गया है।