पटना की वाहन चोर गिरोह की सरगना लवली सिंह समेत 6 गिरफ्तार, पुलिस को देने लगी धमकी..जानते नहीं हम कौन हैं? उतर जाएगी वर्दी

पटना की वाहन चोर गिरोह की सरगना लवली सिंह समेत 6 गिरफ्तार, पुलिस को देने लगी धमकी..जानते नहीं हम कौन हैं? उतर जाएगी वर्दी

DESK: झारखंड पुलिस ने अंतरराज्जीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना लवली सिंह को गिरफ्तार किया है। लवली पटना की रहने वाली है। गिरफ्तारी के वक्त वह खुल्लेआम पुलिस को यह धमकी देने लगी कि वे उसे नहीं जानते हैं एक मिनट में उनकी वर्दी उतरवा देगी। लेकिन उसकी इस गीदड़-भभकी का पुलिस पर कोई असर नहीं पड़ा। झारखंड पुलिस ने उसे पटना से गिरफ्तार कर लिया वही उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पुलिस ने धड़ दबोचा। 


रांची से लेकर दिल्‍ली तक वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। इस गिरोह का मुख्य सरगना पटना की रहने वाली महिला लवली सिंह है। उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लवली सिंह पटना के बोरिंग रोड और इंद्रपुरी से इस गिरोह को संचालित कर रही थी।


 लवली सिंह के इस गैंग में दिल्ली से लेकर रांची तक के अपराधी शामिल हैं। झारखंड पुलिस ने आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें पटना से मुख्य सरगना लवली सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो वही हजारीबाग से दूसरे अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में हजारीबाग के शिव कुमार, अशफाक अंसारी, मो.अजहर, मुश्ताक आलम उर्फ अरमान और चान्हो के तरंगा के फरीद खान शामिल है। इनके पास से लूट के तीन चार पहिया वाहन के अलावा 34 हजार नकद, फर्जी गाड़ी के कागजात बरामद हुआ है।


झारखंड पुलिस ने जब लवली सिंह से पूछताछ की तब उसने बताया कि पूरी प्लानिंग के साथ गिरोह के सदस्यों से वह वाहन की चोरी और लूट की वारदात को अंजाम दिलाती थी। हर काम के लिए अलग-अलग टीमें उसने बना रखी थी। गाड़ी की चोरी करने और इंजन से चेचिस नंबर बदलने के साथ ही फर्जी कागजात बनाने तक के लिए अलग-अलग टीमें लवली ने बना रखी थी। गाड़ी को लूटने के बाद उसे हजारीबाग ले जाया जाता था। जहां पर नंबर और चेसिस का नंबर बदल दिया जाता था।


लवली सिंह पूरे प्लानिंग के साथ लूट की वारदात को अंजाम देती थी। पहले हाइवे पर वह लिफ्ट मांगती थी फिर गिरोह के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी देती थी जिसके बाद मौके पर पहुंचने के बाद गाड़ी को लूट लिया जाता था। इसी तरह वह वाहन लूट की घटना को अंजाम दिया करती थी। पुलिस की गिरफ्त में वह तब आई जब ग्राहक बनकर एक कॉन्स्टेबल ने लवली सिंह को फोन किया कि उसे गाड़ी खरीदनी है। 


लवली ने उसे मिलने के लिए एक होटल में बुलाया। कॉस्टेबल जब लवली से मिलने गया तब साथ में सादे ड्रेस में पुलिस भी वहां पहले से मौजूद थी। लवली सिंह के होटल में पहुंचते ही पुलिस ने उसे घेर लिया। पुलिस को देख लवली सिंह गुस्सा हो गयी और अनाप सनाप बोलने लगी। लवली पुलिस को धमकाने लगी कि तुम मुझे नहीं जानते। एक मिनट में तुम्हारी वर्दी उतरवा दूंगी..मेरी पहुंच ऊपर तक है लेकिन लवली की इस गीदड़-भभकी का पुलिस पर कोई असर नहीं पड़ा। पुलिस ने लवली सिंह को गिरफ्तार कर लिया।


मामले का खुलासा करते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि बुढ़मू के पाथकोई गांव में एक दिसंबर को शादी करने आए दूल्हे को लकड़ी के बंदूक से अगवा कर उनकी कार लूट ली गई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद एसएसपी के निर्देश पर खलारी डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। 


गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहले फरीद आलम को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पटना से लवली को और अन्य आरोपियों को हजारीबाग से गिरफ्तार किया। इन आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने लूटी हुई तीन चार पहिया वाहन हजारीबाग से बरामद की। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है।