PATNA : छठ पूजा को लेकर प्रशासन ने पटना में अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। पटना के 89 घाट अर्घ्य के लिए तैयार किए गए हैं और यहां बैरिकेडिंग से लेकर अन्य तरह के सुरक्षा इंतजाम पूरे किए जा रहे हैं। इन घाटों के अलावा 16 ऐसे घाट भी हैं जिन्हें खतरनाक घोषित किया गया है और इन घाटों पर व्रतियों को जाने से रोका जाएगा। प्रशासन में सुरक्षित गंगा घाटों के लिए कनेक्टिविटी भी तैयार कर दी है। पटना जिला प्रशासन ने कुल 105 घाट छठ पूजा के लिए चिन्हित किए थे लेकिन अधिकारियों की टीम ने बाद में 16 घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया।
पटना के कमिश्नर कुमार रवि ने गंगा घाटों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को कई तरह निर्देश भी दिए हैं। आयुक्त ने फक्कर महतो घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग और साइनेज लगाने को कहा है। जेपी सेतु के पश्चिम में साफ-सफाई की अच्छी स्थिति रहनी चाहिए। घाट सं 93, 88, 83 और कंगन घाट पर बैरिकेडिंग मानकों के मुताबिक सुनिश्चित करने को कहा है। एलसीटी घाट और खाजेकलां घाट पर लाइट का इंतजाम भी ठीक करने को कहा जबकि कृष्णा घाट से कीचड़ और गंदगी हटाने का निर्देश दिया। कुमार रवि ने शुक्रवार की शाम नासरीगंज घाट से कंगन घाट तक एक-एक कर सभी घाटों का निरीक्षण किया। कमिश्नर ने गायघाट, करनाल गंज घाट, ज्यूडिशियल एकेडमी घाट, खाजेकलां घाट, कंगन घाट, गड़ेरिया घाट, पीरदमरिया घाट सहित अन्य कई घाटों का जायजा लिया गया।
व्रतियों के लिए एक अच्छी खबर यह है कि अब खतरनाक घाटों की लिस्ट में शामिल नारियल घाट को अर्घ्य के लिए हरी झंडी दे दी गई है। नारियल घाट खतरनाक घाटों की लिस्ट से बाहर हो गया है जबकि अभी भी 16 घाट ऐसे हैं जो खतरनाक बताए गए हैं। जेपी सेतु पूर्वी घाट, बांसघाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्र्घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टेढ़ी घाट, गड़ेरिया घाट, टीएन बनर्जी घाट, अंटा घाट, नुरूद्दीनगंज घाट, भरहरवा घाट, महाराज घाट, कंटाही घाट, गुरुगोविंद सिंह कॉलेज घाट और किला घाट खतरनाक घोषित हैं।