Champions Trophy : चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर ICC सुनाएगी अपना फैसला, जानें किस वजह से फंसा है पेंच

Champions Trophy : चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर ICC सुनाएगी अपना फैसला, जानें किस वजह से फंसा है पेंच

DESK : यह शायद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भी नहीं सोचा होगा कि आठ साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी की वापसी करवाने का फैसला 2024 के सबसे विवादित विषयों में से एक बन जाएगा। पाकिस्तान को टूर्नामेंट के आयोजन के लिए करोड़ों रुपये आवंटित किए गए, लेकिन इन विश्व स्तरीय तैयारियों के बीच BCCI ने अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से साफ इनकार कर दिया था। 


वहीं, ICC अब तक एक नहीं बल्कि 2 बार बैठक को स्थगित कर चुका है और आज यानी बुधवार को चैंपियंस ट्रॉफी पर अंतिम फैसला सुनाया जाना है।चैंपियंस ट्रॉफी में ब्रॉडकास्टर्स का अरबों रुपया फंसा हुआ है। ऐसे में भारतीय टीम की ब्रांड वैल्यू और फैनबेस को देखते हुए ICC के पास विकल्प ही नहीं था कि वो भारत को चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर कर दे। 


आखिर मामला हाइब्रिड मॉडल पर आ अटका है, लेकिन पाकिस्तान किसी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं है। दरअसल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हाइब्रिड मॉडल स्वीकारने को तैयार तो है, लेकिन उसकी एक शर्त भी है और यही शर्त 'राह में रोड़ा' बनी हुई है। पाकिस्तान की शर्त है कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल से करवाई जाती है। 


ऐसे में पीसीबी चाहता है कि साल 2031 तक भारत में जो भी ICC इवेंट होगा, उनमें पाकिस्तान के लिए भी हाइब्रिड मॉडल लागू होना चाहिए. PCB की ओर से हाइब्रिड मॉडल के तहत दुबई को 'न्यूट्रल वेन्यू' कहकर संबोधित किया गया. इसका अर्थ साफ है कि भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे देश का दौरा नहीं करेंगे और उनके मैच दुबई में करवाए जाएंगे। 


एक अन्य रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अगर BCCI 2026 तक भारत में होने वाले आईसीसी इवेंट्स में हाइब्रिड मॉडल लागू करने की बात मान जाता है तो भी पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तहत करवाने पर राजी हो जाएगा। हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि BCCI द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की संभावनाएं बहुत कम हैं।