NALANDA: इस बार महापर्व छठ में अपराधियों का तांडव देखने को मिला। बिहार में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को देखकर यही लग रहा था कि शायद बदमाशों में छठी मईया का भी डर खत्म हो गया है। क्योंकि चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ में लोग गलत काम करने से परहेज करते हैं। लेकिन इस साल यह देखने को मिला की अपराधियों को किसी का डर नहीं है। अपराधी बेखौफ हत्या, लूट, डकैती, रेप जैसी आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
बात नालंदा की करे तो सोहरसराय थाना इलाके के मंसूरनगर मुहल्ले में बदमाशों ने एक मुखिया के घर को निशाना बनाया है। मुखिया छठ में अपने गांव गये हुए थे। दो मंजिला मकान में वे दूसरे तल्ले पर रहते हैं और नीचे किरायेदार रहता है। इतनी बड़ी चोरी की घटना हो गयी लेकिन नीचे के किरायेदार को भी इसकी भनक नहीं लगी। चोरों ने बंद घर का ताला तोड़कर कैश समेत 30 लाख रुपये की संपत्ति चोरी कर ली और आराम से घर का सामान लेकर फरार हो गया।
आज जब फर्स्ट फ्लोर पर रहने वाले किरायेदार कपड़ा सुखाने छत पर गये तो चोरी की का पता चला उन्होंने तुरंत घर के मालिक को इसकी सूचना दी। घटना की जानकारी मिलते ही मुखिया तुरंत घर के लिए रवाना हो गये। वे छठ मनाने के लिए पूरे परिवार के साथ अपने पैतृक आवास पर 17 नवम्बर को गये हुए थे। पीड़ित अनिल कुमार उर्फ रामचंद्र प्रसाद बिंद प्रखंड के कथराही पंचायत के मुखिया हैं। वे परिवार के साथ मंसूरनगर पहुंचे और घर का दरवाजा खोला तो पैर तले जमीन खिसक गयी।
घर में रखे सारे कीमती सामान चोर अपने साथ ले गया था। चोरों ने अलमीरा और बक्से का ताला तोड़कर 64 हजार नगद और 30 लाख का गहना चुरा लिया। इसकी जानकारी मुखिया ने पुलिस को दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। इस घटना से इलाके के लोग भी हैरान हैं। मुखिया के घर में चोरी की खबर इलाके में आग की तरह फैल गयी जिसके बाद लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।