PATNA: लोक आस्था का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। छठव्रतियों ने आज अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ महापर्व करने वाले व्रतियों ने छठ घाटों पर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। पटना के गंगा घाटों पर भी आस्था का जनसैलाब उमड़ा। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में व्रती और श्रद्धालु गंगा घाटों पर नजर आए। राजधानी पटना के अलग-अलग भागों में भी व्रतियों की बड़ी तादाद देखी गयी। हालांकि बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर के छतों पर ही अर्घ्य दिया। कोरोना महामारी को देखते हुए कई लोगों ने गंगा घाट जाने से परहेज किया।
इसके पहले पटना में प्रशासन की तरफ से गंगा घाटों पर तमाम इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। पटना में 8000 पुलिस बल को तैनात किया गया है। जगह-जगह सड़कों पर मैं स्टेट और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। पटना के डीएम और एसएसपी खुद तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नासरीगंज घाट से गायघाट तक स्टीमर से छठ घाटों का जायजा लिया।
पटना के सभी गंगा घाटों पर जिला प्रशासन की तरफ से मॉनिटरिंग कैंप बनाए गए हैं। जिला नियंत्रण कक्ष से भी पूरे व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात रखी गई हैं। लगभग 200 गोताखोरों को गंगा घाटों पर तैनात रखा गया है। पटना जिले में लगभग साढे 500 घाटों पर व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। गुरुवार की सुबह छठ व्रती उदयगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे।
बिहार के तमाम प्रसिद्ध सूर्य मंदिरों में भी छठ पूजा का आयोजन किया है। राज्य के सभी जिला मुख्यालयों से भी जो खबर सामने आ रही है। उसके मुताबिक 2 साल के अंतराल के बाद इस बार छठ की छटा देखते बन रही है।