ब्रेकिंग न्यूज़

जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं

चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी के बीच राजनीतिक ‘जंग’, बेटे के साथ चंद्रबाबू नायडू नजरबंद

1st Bihar Published by: 13 Updated Wed, 11 Sep 2019 09:58:27 AM IST

चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी के बीच राजनीतिक ‘जंग’, बेटे के साथ चंद्रबाबू नायडू नजरबंद

- फ़ोटो

DESK: आंध्र प्रदेश में पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू और सीएम जगन मोहन रेड्डी के बीच राजनीतिक जंग छिड़ गया है. दोनों पार्टियों के बीच टकराव ने नया मोड़ ले लिया है. पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू गुंटूर जिले में सरकार के खिलाफ विरोध रैली करने वाले थे. रैली की इजाजत नहीं मिलने पर उन्होंने भूख हड़ताल करने का फैसला किया. जिसके बाद चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे लोकेश को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है. दरअसल, आंध्र प्रदेश में टीडीपी नेता की हत्या के खिलाफ आज चंद्रबाबू नायडू प्रदर्शन करने वाले थे. पुलिस ने नायडू और उनके बेटे को घर से निकलने से रोक दिया और दोनों को हाउस अरेस्ट कर दिया. आपको बता दें कि टीडीपी ने आज गुंटूर के पलनाडू में 'चलो आत्मकूरु' रैली बुलाई थी. पार्टी वाईएसआरसीपी सरकार में राजनीतिक हिंसा के आरोप में रैली करने वाली थी. पुलिस से रैली की इजाजत नहीं मिली. उसके बाद नरसरावपेटा, सत्तेनापल्ले, पलनाडू और गुराजला में धारा 144 लागू कर दी गई. पुलिस ने राज्य में टीडीपी के कई नेताओं को भी नजरबंद कर दिया.