PATNA : आज आज चैती छठ पूजा का तीसरा दिन है। व्रती आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके पहले बुधवार की शाम व्रतियों ने खरना पूजा और उसका प्रसाद ग्रहण करने के साथ निर्जला उपवास व्रत की शुरुआत कर दी थी। आज शाम गंगा घाटों समेत अन्य जगहों पर व्रती डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके बाद कल सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाएगा। चैती छठ को लेकर राजधानी पटना में सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। ज्यादातर लोग कोरोना महामारी के बाद घरों में ही छठ पूजा करते रहे हैं लेकिन इस बार उम्मीद है कि व्रती गंगा घाट पर पूजा करने के लिए ज्यादा संख्या में पहुंच सकते हैं।
चैती छठ के लिए राजधानी पटना के घाट सजधज कर तैयार हैं। गंगा घाट और रास्ते की खास सजावट की गई है। घाटों पर चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। अर्घ्य के लिए सुरक्षित 24 घाटों पर सुरक्षा बल मौजूद रहेंगे। नाव से भी गश्ती होगी। प्रशासन ने खतरनाक घाटों पर अर्घ्य देने से मना किया है। पटना में कई घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। पटना के पीपापुल उत्तरी घाट, कटाही घाट, महाराज घाट, केशवराय घाट, अदालतघाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, अंटा घाट, जहाज घाट, बीएन कालेज घाट, बांकीपुर घाट, रामजीचक दीघा घाट, पहलवान घाट को खतरनाक बताया गया है।
पटना के अलावा उलार सूर्य मंदिर, पुण्यार्क सूर्य मंदिर, पंडारक में भी खास इंतजाम किया गया है। जिला प्रशासन की तरफ से गंगा घाटों पर सौ से अधिक मजिस्ट्रेट और पांच सौ पुलिस बल की तैनाती की गई है। लगभग दो लाख लोगों के अर्घ्य देने की संभावना है। इसीलिए सभी घाटों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। खतरनाक घाटों की बैरिकेडिंग की गई है। छठ पूजा को देखते हुए मंगलवार से ही गंगा नदी में प्राइवेट नावों के परिचालन पर पाबंदी लगा दी गई है। पटना के जिन घाटों पर व्रती अर्घ्य देने जा सकते हैं उनमें पाटीपुल घाट, दीघा घाट, राजापुर पुल घाट, गेट नंबर 92, गेट नंबर 93, सूर्य मंदिर घाट, गेट नंबर 83, मखदूमपुर दीघा घाट गेट नंबर 88, कालीघाट, कदम घाट, कलेक्ट्रेट घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गांधीघाट, राजेंद्र कृषि फॉर्म तालाब कंकड़बाग, लॉ कालेज घाट, चौधरी टोला घाट, महावीर घाट, घघा घाट, कंगनघाट, गुरुगोविंद सिंह घाट, दीदारगंज घाट, पीपापुल घाट, नारियल घाट, नासरीगंज घाट, शाहपुर घाट और कचहरी घाट शामिल हैं।