PBKSvsRCB: अंतिम चार ओवर में मात्र एक बाउंड्री, भुवी-हेजलवुड की जोड़ी के सामने नतमस्तक हुए पंजाब के बल्लेबाज Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां हुईं तेज, EC जल्द शुरू करेगा BLA-2 के लिए विशेष प्रशिक्षण शादी में सियासत का तड़का: लालू यादव के गाने पर वरमाला के बाद अचानक झूमने लगा दूल्हा, अपनी शादी को बना लिया यादगार Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News: भूमि विवाद में युवक को कुल्हाड़ी से काटा, इलाके में हड़कंप के बाद कई गिरफ्तारियां Dhanush: धनुष की फिल्म के सेट पर लगी भीषण आग, राख में तब्दील हुआ सब कुछ Bihar News: क्रिकेट टूर्नामेंट में पहुंची समाजसेविका सोनाली सिंह, खिलाड़ियों को किया सम्मानित Bihar News: बिहार के इन 59 उत्पादों को जल्द मिल सकता है GI Tag, लिस्ट में लिट्टी-चोखा से लेकर और भी बहुत कुछ खेत से काम कर लौटी बुजुर्ग तो गायब हो चुका था घर, लोगों ने कहा ‘नुकसान हुआ मगर किस्मत की धनी निकली बुढ़िया’
DESK: अपनी पुरानी कार को लोग या तो स्कैप करा देते है या फिर घर में शोभा की वस्तु बनाकर रखते हैं। या री-रजिस्ट्रेशन करवा कर उसे उपयोग में लाते हैं लेकिन गुजरात के पोलरा परिवार को अपनी 18 साल पुरानी लकी कार से इतना लगाव था कि उसे कब्र में दफना कर समाधि स्थल बनाने का फैसला लिया। इसके लिए बकायदा विदाई समारोह का आयोजन किया। इसमें शामिल होने के लिए 2 हजार निमंत्रण कार्ड भी छपवाया।
मामला गुजरात के अमरेली जिले के लाठी तालुका के पदरशिंगा गांव की है जहां के रहने वाले संजय पोलरा और उनके परिवार ने अपनी प्यारी कार GJ05 CD7924 को गुरुवार को अंतिम विदाई दी। अंतिम विदाई पर पूरे गांव और अन्य लोगों को आमंत्रित करने के लिए उन्होंने 2000 इंविटेशन कार्ड तक छपवाया और सभी को निमंत्रण पत्र कार के विदाई समारोह में शामिल होने के लिए भेजा। पोलरा कुछ अलग करना चाहते थे इसलिए कार का विदाई समारोह करने का फैसला लिया।
उन्होंने इस मौके पर पुजारी को बुलाया और पहले हिन्दू रिति रिवाज के साथ पूजा-पाठ किया फिर कार को फूलों से सजाकर जुलूस निकाला। अपने घर से खेत में ले गये जहां जेसीबी की मदद से कब्र खुदवाया गया है। उसी में कार को दफना दिया गया। कार की ‘समाधि’ स्थल पर पौधे भी लगाया गया। पोलरा ने बताया कि हम हर साल 7 नवंबर को इसके कब्र पर इकट्ठा होंगे। अपनी पसंदीदा कार में की गई सभी यात्राओं को याद करेंगे।
कार के मालिक संजय पोलरा ने बताया कि 2006 में उन्होंने इस कार को खरीदा था तब से वह हमारे परिवार का एक हिस्सा बन गया। इस कार ने समाज में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ाई है। यह कार हमेशा हमारी यादों में बनी रहे हम यही चाहते हैं इसलिए इसकी याद में हर साल 7 नवंबर को समाधि स्थल पर इक्टठा होकर पेड़-पौधे लगाएंगे और अपनी लकी कार को याद करेंगे। संजय पोलरा की कार के प्रति इस सोच से लोग भी हैरान हैं। भारी संख्या में लोग विदाई समारोह में शामिल हुए। अब सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखकर हर कोई हैरान है।