BUXAR : देश में आज से खत्म हुए लॉकडाउन 4 के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की थी कि वह खुद को सुरक्षित रखने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. लेकिन आस्था के आगे सोशल डिस्टेंसिंग के सारे नियम टूट रहे हैं. खबर बक्सर जिले से हैं जहां गंगा दशहरा के मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई है. बक्सर के रामरेखा घाट से जो तस्वीरें सामने आई है वह बता रही हैं कि लोगों पर आस्था इस कदर हावी है कि वह जान जाने तक की परवाह भी नहीं कर रहे हैं. हद तो यह है कि बक्सर जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
बक्सर के रामरेखा घाट पर हजारों की तादाद में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। सुबह से लोग गंगा में डुबकी लगा रहे हैं और किसी को सोशल डिस्टेंसिंग का नियम याद तक नहीं है। आपस में गुत्थम गुत्थी देखने को मिल रही है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
हद तो यह है कि 8 जून के पहले धार्मिक स्थलों को खोलने पर रोक है लेकिन बक्सर के रामरेखा घाट में मंदिर खुल चुका है और भक्तों की वहां भीड़ लगी है। जिला प्रशासन की तरफ से यहां मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई है लेकिन उनका काम मूकदर्शक से ज्यादा कुछ नजर नहीं आता। आपको बता दें कि बक्सर के रामरेखा घाट में गंगा दशहरा के मौके पर स्नान करने की महत्ता रही है। लॉकडाउन के बीच अब तक धार्मिक आयोजनों से लोगों की दूरी दिख रही थी लेकिन अब अचानक से चौथा चरण खत्म होने के बाद सारे नियम और कायदे टूटते नजर आए हैं। जिस तरह का नजारा रामरेखा घाट पर दिख रहा है वह संक्रमण को दावत दी रहा है।