BJP विधायक का चमत्कार देखिये : 2 दिन पहले हुआ कोरोना, आज ठीक होकर चुनाव प्रचार में भी उतर गये

BJP विधायक का चमत्कार देखिये : 2 दिन पहले हुआ कोरोना, आज ठीक होकर चुनाव प्रचार में भी उतर गये

PATNA : बिहार चुनाव में किसी भी तरह जीत हासिल करने के लिए बेताब बीजेपी विधायक चमत्कार दिखा रहे हैं. पटना के कुम्हरार से बीजेपी विधायक अरूण कुमार सिन्हा दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे. दो दिन बाद ही वे निगेटिव हो गये और चुनाव प्रचार में उतर गये. सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे बीजेपी विधायक दूसरे लोगों के लिए भी खतरा बन गये हैं.


विधायक अरूण सिन्हा का चमत्कार
पटना के कुम्हरार से बीजेपी के विधायक अरूण कुमार सिन्हा चुनाव शुरू होने के समय से ही बीमार चल रहे थे. उनमें कोरोना के लक्षण थे लेकिन वे लाव लश्कर के साथ न सिर्फ नामांकन करने पहुंचे थे बल्कि लगातार चुनाव प्रचार भी कर रहे थे. लोग उनकी तबीयत को देखकर सवाल कर रहे थे कि क्या वे कोरोना संक्रिमत हैं. लेकिन अरूण सिन्हा ये दावा कर रहे थे वे निगेटिव हैं.


प्रधानमंत्री की सभा हुई तो पकड़े गये
28 अक्टूबर को पटना में प्रधानमंत्री की जनसभा थी. प्रत्याशी के तौर पर अरूण सिन्हा को भी उस सभा में मौजूद रहना था. लेकिन पीएम की सभा में मंच पर जाने वाले हर किसी का कोरोना टेस्ट कराया गया. अरूण सिन्हा उस टेस्ट में पॉजिटिव पाये गये. अरूण सिन्हा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मंच पर जाने के लिए सभा स्थल पर पहुंचे लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट आ चुकी थी. लिहाजा उन्हें वापस भेज दिया गया.


दो दिनों में ही हो गया चमत्कार
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अरूण सिन्हा को घर में क्वारंटाइन होने को कह दिया गया. लेकिन दो दिन में ही चमत्कार हो गया. अरूण सिन्हा दो दिनों में ही निगेटिव हो गये. मीडिया से बात करते हुए विधायक अरूण सिन्हा ने कहा “हो सकता है, पहले से ही उन्हें कोरोना रहा हो, कोई परेशानी थी नहीं थी, इसलिए जांच नहीं कराया. चुनाव आयोग को कोरोना रिपोर्ट देनी थी. इसलिए शुक्रवार को फिर से जयप्रभा हॉस्पीटल में कोरोना टेस्ट कराया. वहां निगेटिव पाये गये हैं.”


सरकारी निर्देश को ताक पर रख प्रचार में उतरे
विधायक अरूण सिन्हा कह रहे हैं कि अब चूंकि निगेटिव हो गये हैं तो चुनाव प्रचार करने लगे हैं. लेकिन विधायक ने सरकार के दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ा दी है. डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना संक्रमण 9 दिनों तक काफी खतरनाक स्थिति में होता है. इस दौरान वह एक दूसरे में तेजी से फैलता है. यही कारण है कि मरीज को 10 दिन अस्पताल में रहने के बाद भी 7 दिनों तक होम क्वारैंटाइन में रहने की सलाह दी जाती है. आईसीएमआर की भी गाइडलाइन है कि कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी 7 दिन होम क्वारैंटाइन करना है, इस दौरान उन्हें किसी के संपर्क में नहीं आना है. लेकिन विधायक जी को इसकी कोई परवाह नहीं है.


सुशील मोदी ने भी उडायी धज्जियां
इससे पहले सुशील मोदी भी सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ा चुके हैं. सुशील मोदी कोरोना पॉजिटिव हुए थे लेकिन निगेटिव होने के दूसरे दिन ही चुनाव प्रचार में उतर गये. यही नेता लोगों को सरकारी निर्दशों का पालन करने की नसीहत दे रहे हैं.