Bihar News: बिहार के इस जिले में लगेगा रोजगार मेला, बढ़िया सैलरी के साथ मिलेंगी कई अन्य सुविधाएं Bihar News: पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे का भूमि अधिग्रहण 100 दिनों में होगा पूरा, परियोजना को मिली रफ्तार Road Accident: NH31 पर बाइक-ट्रक की भीषण टक्कर, 2 की मौत Bihar Rain Alert: राज्य के सभी जिलों में बारिश की चेतावनी जारी, अगले 5 दिन कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल सहरसा में गर्भवती महिला की गर्भपात के दौरान मौत, परिजनों ने लगाए लिंग जांच और हत्या का आरोप खगड़िया: जमीन विवाद में चली गोलियां, युवक के पैर में लगी गोली, वीडियो वायरल BIHAR: डाक पार्सल वैन से 4200 बोतल प्रतिबंधित कोरेक्स सिरप बरामद, तस्कर भी गिरफ्तार सभी कमिश्नर और डीएम को मुख्य सचिव ने दिया निर्देश, कहा..मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण की शत-प्रतिशत सफलता सुनिश्चित हो बिहार के 12 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे: रक्सौल से हल्दिया पोर्ट तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्माण के मार्गरेखा को मिली स्वीकृति BIHAR: चलती CNG कार में लगी भीषण आग, कार सवार ने कूद कर बचाई जान
1st Bihar Published by: Updated Tue, 10 Nov 2020 06:25:02 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव के रूझानों ने बीजेपी के तेवर बदल दिये हैं. चुनाव परिणाम पर बीजेपी का आधिकारिक बयाम आया है, पार्टी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के कारण बिहार में एनडीए की जीत होने जा रही है. बीजेपी ने एक बार भी नीतीश का नाम तक नहीं लिया.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का बयान
शाम के लगभग 6 बजे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल मीडिया के सामने आये. उन्होंने कहा “बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका श्रेय जाता है जिनकी योजनायें गरीबों की झोपड़ी तक पहुंची. बिहार की एनडीए सरकार ने भी अच्छा काम किया.” दो लाइन के बयान के बाद संजय जायसवाल मीडिया के किसी सवाल का जवाब दिये बगैर निकल गये.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का बयान पार्टी का आधिकारिक बयान माना जा रहा है. उन्होंने नीतीश कुमार का नाम तक नहीं लिया. जाहिर है पार्टी के सुर बदलने लगे हैं. इससे पहले बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अजीत चौधरी ने मांग कर दी थी कि बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनना चाहिये.
पार्टी के अंदर नीतीश कुमार को लेकर सवाल उठने शुरू हो गये हैं. बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेडीयू से कम सीटों पर चुनाव लड़ा था. इसके बावजूद बीजेपी ने जेडीयू की तुलना में काफी ज्यादा सीटों पर बढ़त बनायी है.
उधर नीतीश कुमार की पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. 115 सीटों पर लड़ने वाली जेडीयू 60 फीसदी से ज्यादा सीटों पर पीछे चल रही है या हार चुकी है. बीजेपी के कई नेता सवाल उठा रहे हैं कि अपने हिस्से की 40 प्रतिशत सीट भी नहीं जीत पाने वाले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाना क्या जनमत का अपमान नहीं होगा.