सुशासन की पोल खोलने के लिए विपक्ष की जरूरत नहीं : BJP के MP ने थाने के सामने दिया धरना, बिहार पुलिस को घूसखोर-नकारा बताया

सुशासन की पोल खोलने के लिए विपक्ष की जरूरत नहीं : BJP के MP ने थाने के सामने दिया धरना, बिहार पुलिस को घूसखोर-नकारा बताया

PATNA : बिहार में नीतीश कुमार के सुशासन, शराबबंदी और लॉ एंड आर्डर की पोल खोलने के लिए विपक्ष की जरूरत नहीं पड़ रही है. बीजेपी के एक और सांसद ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पुलिस के कारनामे से नाराज सांसद थाने पर धरना देने पहुंच गये. उनका आरोप था कि नकारा पुलिस शराबबंदी के नाम पर मोटी उगाही कर रही है. खुलेआम शराब बिक रही है और पुलिस निर्दोष लोगों को जेल भेज रही है.


क्या है पूरा मामला
मामला औरंगाबाद का है. औरंगाबाद से BJP सांसद सुशील कुमार सिंह शनिवार की शाम अपने क्षेत्र में रफीगंज थाने के सामने धरना पर बैठ गये. उनके साथ बीजेपी के विधान पार्षद राजन कुमार सिंह और पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता भी धरना पर बैठ गये. सांसद पुलिस पर आग बबूला थे. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की पुलिस नाकारा और घूसखोर हो गयी है. खुलेआम शराब बिक रही है और पुलिस पैसा उगाही में लगी है. सांसद ने खुद को प्रत्यक्षदर्शी बताते हुए कहा कि थानाध्यक्ष खुद अपने क्षेत्र में शराब बिकवा रहा है.


जिसने कभी शराब नहीं पी, उसे गिरफ्तार कर लिया
दरअसल सांसद सुशील कुमार सिंह बीजेपी कार्यकर्ता शिव नारायण साव को गिरफ्तार करने पर नाराज थे. रफीगंज थाना पुलिस ने शराब पीने और रास्ता जाम करने के आरोप में भाजपा कार्यकर्ता शिवनारायण साव, डाकबंगला निवासी गुडडू चौधरी और माड़ीपुर निवासी देवनन्दन राम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तीनों को देर रात थाने से ही जमानत देकर छोड़ दिया गया था. आरोप है कि हिरासत में पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ता शिवनारायण साव को जमकर पीटा भी था. इससे बीजेपी कार्यकर्ता नाराज हो गये और उन्होंने थाना के मुख्य दरवाजे के सामने पुलिसिया करतूतों के खिलाफ धरना दिया था.


बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह इसी धरना में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने धरना के दौरान ही अपनी पार्टी के कार्यकर्ता शिवनारायण साव के बदन पर पुलिस की पिटाई से चोट के निशान भी दिखाये गये. सांसद ने पुलिस की बर्बर पिटाई की घोर निंदा की. सुशील कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, उसने जिंदगी में कभी शराब पी ही नहीं. सांसद ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने भी पुलिस के दबाव में आकर बगैर ब्रेथ एनेलाइजर के अल्कोहल की पुष्टि कर दी. ये सरासर गलत बात है. डॉक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिये.


एसपी बोले- छानबीन करायेंगे
सांसद के गंभीर आरोपों के बाद औरंगाबाद के एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं. एसपी ने बताया कि इस मामले में सांसद की ओर से मेमोरेंडम दिया गया है. मामले की जांच SDPO को सौंपी गयी है. उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.