भाजपा के खिलाफ गोलबंदी की नीतीश की पहली कोशिश ही फेल: KCR से नहीं बनी बात, अब राहुल गांधी के दरबार में हाजिरी लगायेंगे

भाजपा के खिलाफ गोलबंदी की नीतीश की पहली कोशिश ही फेल: KCR से नहीं बनी बात, अब राहुल गांधी के दरबार में हाजिरी लगायेंगे

PATNA: 26 दिन पहले बीजेपी से अलग होकर राजद का दामन थामने वाले नीतीश कुमार ने 2024 में भाजपा को 50 सीटों पर सिमटा देने का एलान कर दिया है. जेडीयू की बैठक में शनिवार को ये एलान करने वाले नीतीश रविवार को अपने बयान से पलट गये. लेकिन बड़ी खबर ये है कि विपक्षी एकता का सुर छेड़ रहे नीतीश कुमार को अपनी पहली ही कोशिश में बड़ा झटका लगा है. तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव के साथ उनकी बातचीत फेल हो गयी. अब नीतीश दिल्ली जा रहे हैं, विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. दिल्ली में नीतीश कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के दरबार में भी हाजिरी लगायेंगे.


केसीआर से नीतीश की नहीं बनी बात

बता दें कि 5 दिन पहले तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव पटना पहुंचे थे. के. चंद्रशेखर राव के पटना दौरे को लेकर बड़ी बड़ी बातें कही गयी थीं. जेडीयू और राजद का दावा था कि के. चंद्रशेखऱ राव के पटना आकर नीतीश-तेजस्वी से मुलाकात का मतलब साफ है कि देश में विपक्षी एकता की नींव पड़ गयी है. लेकिन आज केसीआर और नीतीश-तेजस्वी की बातचीत का ब्योरा सामने आया. जो बातें सामने आयी हैं उसके मुताबिक के. चंद्रशेखर राव से नीतीश कुमार की बातचीत में विपक्षी एकता पर कोई नहीं बात नहीं बनी.


दरअसल तेलंगाना के सीएम और टीआरएस के नेता के. चंद्रशेखर राव ने काफी पहले से अपना स्टैंड क्लीयर कर रखा है. वे देश में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस तीसरा मोर्चा बनाना चाहते हैं, जिसमें तमाम क्षेत्रीय पार्टियां शामिल हों. के. चंद्रशेखर राव ने नीतीश के सामने भी यही प्रोपोजल रखा. लेकिन नीतीश कुमार  कांग्रेस के बगैर कोई मोर्चा बनाने पर राजी नहीं हुए. 31 अगस्त को जब के. चंद्रशेखर राव पटना में थे तो प्रेस कांफ्रेंस के दौरान का नजारा ही बता गया था कि विपक्षी एकता पर कोई बात नहीं बनी. नीतीश औऱ केसीआर अपना अपना अलग एजेंडा छेड़ रहे थे.


आज जेडीयू ने स्वीकारा कि केसीआर से बात हुई लेकिन बात बनी नहीं. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के. सी. त्यागी ने कहा कि के. चंद्रशेखर राव चाह रहे हैं कि देश में भाजपा के खिलाफ जो मोर्चा बने उसमें कांग्रेस शामिल नहीं हो. लेकिन जेडीयू का स्पष्ट मानना है कि कांग्रेस औऱ वाम दलों को छोड़ कर भाजपा विरोधी कोई मोर्चा नहीं बनाया जा सकता. लिहाजा हम फिर से के. चंद्रशेखर राव से अपील करेंगे कि वे कांग्रेस के साथ मिलकर विपक्षी मोर्चा बनाने को तैयार हो जायें.


राहुल के दरबार में हाजिरी लगायेंगे नीतीश

वैसे नीतीश की पहली कोशिश भले ही फेल हो गयी हो, सोमवार को वे दिल्ली जा रहे हैं. तीन दिनों तक नीतीश कुमार दिल्ली में रहेंगे. जेडीयू ने कहा कि नीतीश कुमार कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात करेंगे. जेडीयू के प्रधान महासचिव के.सी. त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार किन-किन नेताओं से मिलेंगे इसका पूरा ब्योरा अभी नहीं दे सकते. लेकिन नीतीश दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने जायेंगे ये तय हो चुका है. वे कई औऱ पार्टियों के नेताओं से भी मिलेंगे.


नीतीश का यू-टर्न

वैसे नीतीश ने अपने ही बयान से यू-टर्न मार लिया है. शनिवार को जेडीयू की बैठक में नीतीश कुमार ने दावा किया था कि 2024 के आम चुनाव में बीजेपी को 50 सीटों पर सिमटा देंगे. आज जब मीडिया ने उनसे पूछा तो नीतीश ने कहा कि उन्होंने सीटों की बात की ही नहीं थी. नीतीश ने कहा-मैंने तो ये कहा था कि अगर सारे विपक्षी दल एकजुट हो जायें तो अच्छी सफलता हासिल हो सकती है. मैंने कोई संख्या की बात नहीं कही थी. दिलचस्प बात ये है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो दावा किया था उसे जेडीयू ने बकायदा प्रेस रिलीज जारी कर मीडिया को जानकारी दी थी. जेडीयू की ओऱ से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में ये कहा गया था कि नीतीश कुमार ने बीजेपी को 50 सीटों पर सिमटा देने की बात कही है. लेकिन अब नीतीश अपनी ही बयान से पलटी मार गये हैं.