महाराष्ट्र सरकार बिहारी मजदूरों को बिहार के बॉर्डर तक छोड़ने को तैयार, राज्य सरकार के फैसले का इंतजार

महाराष्ट्र सरकार बिहारी मजदूरों को बिहार के बॉर्डर तक छोड़ने को तैयार, राज्य सरकार के फैसले का इंतजार

MUMBAI: बिहारी मजदूरों को बिहार के बॉर्डर तक छोड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार तैयार हो गई है. अब महाराष्ट्र सरकार ने गेंद बिहार सरकार के पाले में डाल दिया है कि वह मजदूरों का लाना चाहती हैं की नहीं. महाराष्ट्र सरकार बिहार समेत 6 राज्यों के मजदूरों को उनके राज्य भेजना चाहती है. 

महाराष्ट्र के मुख्य सचिव अजॉय मेहता ने इसको लेकर यूपी समेत कई राज्यों के अधिकारियों से बात की. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि ट्रेन सेवा बहाल नहीं होगी. ट्रेन चलाने में सबसे बड़ी समस्या भीड़ है. भीड़ से महामारी तेजी से फैलेगी. इस कारण हम कोई जोखिम उठाना नहीं चाहते हैं. ठाकरे ने प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिया है कि उनके भेजने की व्यवस्था की जाएगी. बताया जा रहा है कि ठाकरे आज पीएम के साथ होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इसको उठाएंगे.

राज्य के बॉर्डर तक भेजने को तैयार

मुख्य सचिव ने कहा कि महाराष्ट्र में बिहार, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के 3.8 लाख मजदूर फंसे हुए है. महाराष्ट्र सरकार प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए तैयार है. लेकिन वहां की सरकारों को तय करना है कि वह बॉर्डर से मजदूरों को अनके गांव तक पहुंचाते हैं की नहींं.