MUNGER : बिहार में शराब बेचने और खरीदने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है. शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए लिए प्रशासन सभी प्रयास कर रही है. लेकिन इसके बावजूद शराब का सेवन करने वाले बड़ी आसानी से इसे प्राप्त कर ले रहे हैं. आपको बता दें कि अभी पांच दिन पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन तारापुर हुआ था. प्रमुख जनसंवाद कार्यक्रम सिंचाई विभाग के परिसर में आयोजित किए गए थे. मुख्यमंत्री अस्पताल भी जाएंगे ऐसी भी चर्चा थी। प्रशासनिक महकमे के द्वारा सभी संबंधित और संभावित जगहों का भौतिक सत्यापन भी किया गया था. लेकिन शायद किसी को वहां शराब की खाली पड़ी बोतलें दिखाई नहीं दी थी.
सिंचाई विभाग परिसर से सटे पूरब अहाते में अनुमंडल अस्पताल का परिसर स्थित है. यहां बड़ी संख्या में मरीज और उनके परिजन आते रहते हैं. अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में जहां-तहां शराब की बोतलें फेंकी हुई है. बताया जा रहा है कि जिस जगह शराब की अधिकांश बोतलें फेंकी हुई मिली वहां चिकित्सकों के लिए भवन का निर्माण कार्य हो रहा है. अस्पताल परिसर में शराब की खाली बोतलें देखकर यह प्रतीत हो रहा है कि यहां लोग बगैर किसी डर के शराब का सेवन करते हैं.
वहीं इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉक्टर बी एन सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें भी मिली है. अस्पताल की चार दिवारी टूटी फूटी है और सामने एक पोखर है. जिस पर देर संध्या तक लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. शराब की बोतल मिलने की छानबीन की जाएगी. पुलिस साथ ही प्रशासन के अधिकारियों को भी इस बारे में जानकारी दी जाएगी.