SASARAM: बिहारशरीफ के बाद बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को रोहतास जिले के सीमा में प्रवेश करने से रोका गया। पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी के नेतृत्व में 15 बीजेपी नेताओं और विधायकों के काफिले को बिक्रमगंज के मोहनी के पास ही रोक दिया गया। बीजेपी नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया।
लॉ एन्ड ऑर्डर का हवाला देते हुए उन्हें सासाराम में घुसने नहीं दिया गया। बता दें कि आज नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बिहारशरीफ गई बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को भी वहां घुसने नहीं दिया गया और ना ही AIMIM के नेता अख्तरुल इमान को भी बिहार शरीफ में घुसने से रोका गया।
रामनवमी जुलूस के दौरान सासाराम में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसके बाद से इलाके में कर्फ्यू लगाया गया था। घटना के एक हफ्ते बाद अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होती जा रही है। स्थिति सामान्य होने के बाद बीजेपी प्रतिनिधिमंडल सासाराम पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। लेकिन उन्हें बिक्रम के मोहनी के पास प्रशासन ने रोक दिया।
विक्रमगंज के एसडीएम उपेंद्र पाल ने भाजपा नेताओं को जिले में प्रवेश करने नहीं दिया। उन्हें विधि व्यवस्था का हवाला देते हुए सासाराम नहीं आने दिया। जिसका काफी देर तक भाजपा के नेताओं ने विरोध किया। इस दौरान तारकिशोर प्रसाद को जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार से फोन पर बात कराई गई। तब जाकर भाजपा नेता माने। बता दें कि रोहतास जिला के सासाराम में रामनवमी के जुलूस के बाद पिछले 6 दिनों से तनाव है।
जिसके कारण पूरे इलाके इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है। इस उपद्रव में कई लोग घायल हुए हैं। जबकि एक की मौत हो गयी है। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने के लिए सासाराम आ रहे थे। इसी दौरान रोहतास जिला प्रशासन ने सभी को रोक दिया। भाजपा नेता तार किशोर प्रसाद ने इसके बाद सरकार पर जमकर बरसे कहा कि यह सरकार लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम है। उन्होंने इस हिंसा के लिए सीधे तौर पर नीतीश कुमार को जवाबदेह ठहराया।
बता दें कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सासाराम में RAF,SSB,STF,BMP और जिला पुलिस को विभिन्न इलाकों में तैनात है। 102 जगहों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बलों को तैनाती की गयी है। लगातार छठे दिन इंटरनेट सेवा बाधित है। डीएम धर्मेंद्र कुमार लोगों से शांति की अपील कर रहे हैं।