राम की अयोध्या और रावण की लंका के किस्से आपने बखूबी सुनी होगी लेकिन कलयुग की लंका और अयोध्या कुछ अलग ही है. ऐसी ही अयोध्या और लंका के दर्शन बिहार के पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह करा रहे हैं. उन्होंने अपने धुर विरोधी सांसद सुशील कुमार सिंह पर निशाना साधा है और उनके घर को लंका जबकि अपने घर को अयोध्या करार दिया है. साथ ही खुद को राम का हनुमान बता रहे हैं. मामला सांसद द्वारा जनसंवाद कार्यक्रम के आयोजन से जुड़ा है.
आपको बता दें कि सांसद ने एक दिन पहले ही पूर्व मंत्री के गांव सोख्या में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया था. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री पर गांव में तालाब का अतिक्रमण करने की शिकायतें आई जिसे लेकर सांसद ने परोक्ष रूप से पूर्व मंत्री को निशाने पर लिया था. इस बात को लेकर पूर्व मंत्री भड़क उठे और अगले ही दिन सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पहले तो उन्होंने फेसबुक लाइव के माध्यम से सांसद के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकली. इससे भी जब मन नही भरा तो मीडिया से रूबरू हुए. मीडिया से पूर्व मंत्री ने कहा कि सांसद भूमाफिया है. उन्होंने शहर में कई जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा जमा रखा है.
उन्होंने कहा कि उन जमीनों की कीमत करोड़ों में है. सांसद लंका में रहते हैं और मैं अपनी अयोध्या शोख़या में रहता हूं. मेरा नाम रामाधार है यानी राम का आधार. जैसे राम के आधार हनुमान थे वैसे ही मैं आज का हनुमान हूं और मैं सांसद की लंका को फुंक दूंगा. पूर्व मंत्री ने यह भी बताया कि उन्होंने सांसद और उनके परिवार द्वारा जमीनों पर किए गए अवैध कब्जे की शिकायत औरंगाबाद के डीएम से की है. मुझे न्याय की उम्मीद है और न्याय अगर नहीं मिलता है तो मैं सांसद आवास के सामने धरना पर बैठने से भी परहेज नहीं करूँगा. सांसद पर पूर्व मंत्री द्वारा किए गए तीखे हमले ने औरंगाबाद की राजनीति में भूचाल ला दिया है.