बिहार : सड़क हादसे में पिटाई के बाद गायब चाचा -भतीजे का शव बरामद, पुत्र की तलाश जारी

बिहार : सड़क हादसे में पिटाई के बाद गायब चाचा -भतीजे का शव बरामद, पुत्र की तलाश जारी

SAMASTIPUR : बिहार के समस्तीपुर से एक दिल दहलाने वाली खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां रोसड़ा थाना अंतर्गत महिसौर गांव में एक सड़क हादसे से गुस्साए ग्रामीणों द्वारा बाइक सवार तीन लोगों की पीट-पीट कर निर्मम हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। इसमें घटना के तीसरे दिन परिजनों के सहयोग से पुलिस ने मृत चाचा -भतीजे के शव को बरामद कर लिया है।  जबकि पुत्र के शव की खोजबीन की जा रही है।


दरअसल, यह मामला 16 अगस्त का है जब शिवाजीनगर प्रखंड के जाखर धरमपुर निवासी नन्दलाल राय गुजरात से वापस अपने घर ट्रेन से आए और रोसड़ा स्टेशन उतरने के बाद अपने पुत्र मिथलेश कुमार को फोन कर बाइक लेकर स्टेशन आने को बोले। पुत्र अपने चचेरे भाई लक्की को भी साथ लेकर आया और स्टेशन से तीनों एक बाइक से ही घर के लिए निकले लेकिन महिसौर गांव के पास उनकी बाइक की ठोकर से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत घटना स्थल पर ही हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने तीनों के साथ मार -पिटाई करने लगे। इसे डरकर तीनों खेत की तरफ भागे। उस दिन पुलिस ने ठोकर से मृत व्यक्ति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। और मौके से एक बाइक को भी बरामद किया गया। लेकिन ठोकर मारने वाले तीनो शख्स की तलाश नही की गई।


इधर, नन्दलाल के परिजन परेशान थे कि जब स्टेशन से तीनों घर के लिए निकले तो आखिर कहां लापता हो गए। रोसड़ा डीएसपी शिवम कुमार ने बताया कि शनिवार को ग्रामीणों द्वारा जानकारी मिली कि दो शव खेत के पानी मे उपलाते हुए दिखे है। इसकी पहचान नन्दलाल राय और उनके भतीजे विक्की के रूप में हुई। जबकि परिजनों के मुताबिक पुत्र मिथलेश की तलाश की जा रही है। 


मृतक नन्दलाल के परिजनों का आरोप है कि, बाइक दुर्घटना के बाद तीनों की बेरहमी से पिटाई की गई और जब तीनो की मौत हो गई तो पानी भरे गढ़े में शव को फेंक दिया गया है। यहां पुलिस की भारी लापरवाही उजागर हुई है जब घटना स्थल से बाइक बरामद हुई थी तो उसी दिन बाइक के रजिस्ट्रेशन नम्बर से उसके ऑनर की पहचान कर खोजबीन की जानी चाहिए थी।लेकिन पुलिस ने बाइक जप्त करने के अलावे कोई कार्रवाई ही नही की।नतीजा यह हुआ कि परिजन खोजबीन करते रहे और घटना के तीसरे दिन दो डेडबॉडी बरामद की गई है।


इधर, इस मामले को लेकर रोसड़ा डीएसपी का कहना है कि,  जब तीनो व्यक्ति घर नही पहुंचे तो उनके परिजनों को उसी दिन पुलिस को खबर देनी चाहिए थी। लेकिन वे लोग पुलिस को नही जानकारी देकर अपने स्तर से ही खोजबीन करते रहे। स्थानीय लोगों में पुलिस की कार्यशैली से भारी नाराजगी देखी जा रही है। एक परिवार से तीन तीन लोगों की मौत की आशंका से इलाके में गहरा शोक का माहौल है।