बिहार पुलिस की वर्दी पहनकर लूट की वारदात को देते थे अंजाम, 2 होमगार्ड जवान सहित 8 अपराधी गिरफ्तार

बिहार पुलिस की वर्दी पहनकर लूट की वारदात को देते थे अंजाम, 2 होमगार्ड जवान सहित 8 अपराधी गिरफ्तार

JAMUI: जमुई में बिहार पुलिस की वर्दी पहनकर लूट की घटना को अंजाम देने वाले 2 होमगार्ड जवान सहित 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक लाख कैश, स्कॉर्पियो और 9 मोबाइल बरामद किया गया है। गिरफ्तार सभी अपराधियों को जेल भेजा गया है। 


जमुई पुलिस ने बरहट थाना क्षेत्र इलाके में लूट और डकैती की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी खाकी वर्दी पहनकर पुलिस का रौब दिखाकर लूटपाट करता था और  डकैती की घटना को अंजाम देता था। बरहट पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाशों में नरेश कुमार साव,पवन कुमार मिश्रा, राकेश कुमार मिश्रा,अजय कुमार मिश्रा, रंजीत कुमार, धनंजय कुमार नंद कुमार और उमेश कुमार शामिल है। सभी लखीसराय और मुंगेर जिले के हैं। 


एडीपीओ सतीश सुमन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पूछताछ में प्रारंभिक जानकारी में यह एक संगठित गिरोह है। जो जमुई,लखीसराय, क्यूल,मुंगेर में भोले वाले लोगों को टावर लगाने, नकली नोट के बदले पैसा डबल करने,नकली सोना का सिक्का देने के बहाने बुलाते हैं और मारपीट कर लूट की घटना को अंजाम देते थे। एसडीपीओ ने बताया कि मंगलवार की शाम बरहट पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बरहट थाना क्षेत्र के नुमर गांव निवासी सिकंदर कुमार नाम के व्यक्ति के साथ दो लोगों ने टावर लगाने के नाम पर मिलने के लिए बरहट थाना क्षेत्र के बाबा ढाबा के पास 60 हजार रुपये लेकर लेकर था। जहां 7 से 8 की संख्या में एक स्कॉर्पियो से पुलिस की वर्दी में आए लोगों के द्वारा उनके साथ मारपीट कर पैसा लूट लिया गया। 


पीड़ित की सूचना पर बरहट पुलिस के द्वारा सभी अपराधियों का पीछा किया गया। सभी अपराधियों को पकड़ने के लिए जगह-जगह नाकेबंदी की गयी। जिसके बाद अपराधियों को पकड़ा गया। एसडीपीओ ने बताया कि अभी तक जो जानकारी मिली है उसमें पकड़े गए दो लोग होमगार्ड के जवान हैं। जिसमे मुंगेर निवासी नंद कुमार हाल में ही होमगार्ड के पद से रिटायर हुआ है, वही उमेश कुमार होमगार्ड का जवान है। पुलिस ने बताया की बाकी उनके सभी साथी फर्जी वर्दी, और पुलिस का फर्जी नेम प्लेट लगाकर घटना को अंजाम दिया करता था। 


वही पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड नरेश कुमार साव है जो धनबाद में कपड़े का व्यवसाय करता था। वहां भी इसी तरह वो लोगों को लूटता था। फिर अपने गृह जिला में एक गिरोह बनाकर जाली नोट, नकली सोने के सिक्के सहित टावर लगाने के नाम पर लोगों को ठगने का काम शुरू कर दिया। बताया जाता है कि इसने मुंगेर, लखीसराय, क्यूल में लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। नरेश कुमार साह  पर पहले से भी मुंगेर के कोतवाली थाने में जाली नोट बदलने का मामला दर्ज है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।