PATNA : देश में दो दिन पहले पंचायती राज दिवस मनाया गया। इस दौरान कई जगहों पर पंचायतों के विकास को लेकर तरह-तरह की बातें कही गई। इसी कड़ी में आप बिहार सरकार ने पंचायत में कार्यरत कर्मियों को लेकर बड़ा निर्णय लिया है।
दरअसल, बिहार सरकार का फैसला लिया है कि, जिस तरह से सचिवालय और अन्य कार्यालयों में कर्मियों की बायोमेट्रिक हाजिरी लगाई जाती है उसी तरह से पंचायतों में भी काम करने वाले कर्मियों को अब बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी। इसको लेकर गृह विभाग के संयुक्त सचिव अनिमेष पांडेय ने पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव को एक लेटर जारी किया है।
गृह विभाग के तरफ से अपर मुख्य सचिव जो पत्र लिखा गया है उसमें कहा गया है कि, ग्राम पंचायतों में कार्यरत पंचायत स्तरीय कर्मियों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज किये जाने को लेकर निर्देश दिया जाए। इसको लेकर दो विकल्प पर विचार किया जा सकता है। संबंधित जिला पंचायत राज पदाधिकारियों द्वारा सहयोग के लिए सरदार पटेल भवन स्थित बीबीएएस का हेल्प डेस्क से संपर्क करेंगे। इसके हेल्प डेस्क द्वारा पंचायत के हिसाब से सबआईडी क्रिएट की जायेगी। पंचायत स्तरीय कार्यालय में लगाये गये बीबीएएस डिवाइस में अधिकारी की मौजूदगी में फेस डिटेक्शन डिवाइस के माध्यम से नियमित बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज किया जायेगा।
इसके आगे गृह विभाग ने आगे स्पष्ट किया है कि, बेल्ट्रॉन द्वारा इस संबंध में मोबाइल ऐप मई तक तैयार करने की संभावना है। इसके बाद मोबाइल ऐप के माध्यम से भी जिओ लोकेशन के साथ क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थापित पदाधिकारी-कर्मचारियों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज कर सकते हैं। पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव से कहा गया है कि पंचायत स्तरीय कर्मियों के बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज कराने के लिए उचित निर्देश दें।
आपको बताते चलें कि, पंचायती राज विभाग के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में कार्यरत पंचायत स्तरीय कर्मियों (संविदा कर्मियों सहित) के बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर पेंच फंस गया है। इसको लेकर गृह विभाग (विशेष शाखा) ने पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख कर मार्गदर्शन मांगा है। इसके साथ ही दो विकल्प भी उपलब्ध कराया है। इसके तहत ही अब बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने को कहा गया है।