अपनी पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं अधिकारी, नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा..फाइलों को दबाकर ना रखें सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Police Transfer Posting: पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, ASP स्तर के 23 अधिकारियों का तबादला Police Transfer Posting: पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, ASP स्तर के 23 अधिकारियों का तबादला
1st Bihar Published by: Updated Sat, 13 Nov 2021 10:20:05 AM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : घर में सास और बहू के बीच अनबन की खबरें आम बात है. दोनों के बीच विवाद के किस्से हम और आप अक्सर सुनते रहे हैं. लेकिन सियासी अखाड़े में सास-बहू की लड़ाई कभी-कभार ही देखने और सुनने को मिलता है. एक ऐसा ही मामला मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड में पंचायत चुनाव में सामने आया है. प्रखंड की धरहरवा पंचायत में मुखिया पद के लिए सास और बहू आमने-सामने हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, इन्दलेश देवी अपनी मंझली बहू सविता देवी से चुनावी दंगल में भिड़ी हैं. नामांकन वापसी की तिथि 8 नवंबर को बीत गई. लेकिन दोनों की सुलह नहीं हो पाई. इसलिए अब सास- पतोहू को चुनाव चिह्न भी मिल चुके हैं और दोनों घर-घर वोट मांगने पहुंच भी रही हैं. बताया जा रहा है कि चुनावी मैदान में सास-बहू की यह लड़ाई पर्दे के पीछे दाे भाइयों की सियासी आकांक्षा की लड़ाई है.बड़ा भाई मां इन्दलेश देवी के लिए कैंपेन कर रहा है जबकि मंझला भाई अपनी पत्नी सविता देवी के लिए वोट मांग रहा है. यहां 8 दिसंबर को मतदान होना है.
बड़े भाई संजय गुप्ता धरहरवा पंचायत में पैक्स अध्यक्ष हैं. वह पूर्व में पंचायत के मुखिया भी रह चुके हैं और उनकी पत्नी सरकारी सेवा में है. धरहरवा पंचायत में मुखिया पद महिलाओं के लिए आरक्षित हाे गया. इसलिए उन्होंने 2016 में अपनी भावज सविता देवी काे चुनावी अखाड़े में उतारा. लेकिन वह चुनाव हार गई. इस बार के चुनाव में संजय गुप्ता ने भावज के बजाय मां को तवज्जो दी. सियासी रंग में रंग चुकी सविता देवी काे यह रास नहीं आया. इसके फलस्वरूप वह सास से ही दाे-दाे हाथ करने चुनावी मैदान में उतर गई.