BEGUSARAI: बिहार के बेगूसराय के वार्ड 31 में काम नहीं करने वाली वार्ड पार्षद को वहां की जनता ने सम्मानित किया। इलाके में जर्जर सड़क, जलजमाव और नाला की समस्या से परेशान लोगों ने महिला वार्ड पार्षद को बुके दिया। इस तरह का सम्मान पाकर महिला पार्षद काफी खुश नजर आईं। कहा कि इसके लिए वार्ड की जनता को बहुत-बहुत धन्यवाद।
मेरे लाइफ में यह फर्स्ट अवार्ड है जो हमेशा याद रहेगा। हम कोई काम नहीं किये इसलिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों का गुस्सा जायज है। अपने वार्ड में काम नहीं करने वाली महिला पार्षद को बुके देकर सम्मानित करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसे देखकर सोशल मीडिया यूजर्स भी हैरान हैं।
बेगूसराय के वार्ड 31 की जनता ने इलाके की दुर्दशा को लेकर काफी चिंतिंत नजर आए। जलजमाव के कारण इलाके में डेंगू फैल रहा है। इलाके के 15 लोगों को डेंगू हो गया है। लोगों ने डेंगू मरीजों के इलाज के लिए 5-5 लाख रूपया देने की मांग की। कहा कि नगर निगम और पार्षद मैडम के पास टाइम नहीं है इसलिए 15 डेंगू मरीजों को इलाज के लिए 75 लाख रूपया दिया जाए।
लोगों का कहना था कि मैडम जी को सम्मानित किया जा रहा है। 31 वार्ड की दुर्दशा के लिए नगर निगम और यहां की पार्षद जिम्मेदार है। मैडम से कोई काम नहीं हो पा रहा है। या फिर ये कर नहीं पा रही हैं या नगर निगम इन्हें करने नहीं दे रहा है। इलाके में डेंगू फैल रहा है। 15 लोग बीमार हो गये हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इलाके में जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। यहां 4 शो रूम खुला हुआ है। साल का 10 लाख रूपया शो रूम से टैक्स जाता है। लेकिन इलाके में ना तो रोड बन पाया है और ना ही साफ-सफाई पर ध्यान दिया जाता है। इलाके में जलजमाव होने से डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
हम यह मांग करते हैं कि यहां के शो रूम को टैक्स फ्री कर दिया जाए ताकि इलाके में जो भी काम है वो हम लोग टैक्स के पैसे से करवा देंगे। इस इलाके के लिए ना तो नगर निगम के महापौर को टाइम है और ना ही पार्षद मैडम के पास ही समय है। जो 15 मरीज डेंगू से बीमार हुए हैं उनकों 5-5 लाख रूपया इलाज के लिए दिया जाए। कुल 75 लाख रुपया इन सभी को दिया जाए ताकि ये सभी अपना इलाज करा सके।
वही महिला पार्षद ने कहा कि क्षेत्र में काम नहीं करने पर वार्ड की जनता ने जो सम्मान मुझे दिया है उसके लिए उन्हें बहुत बहुत धन्यवाद। इस सम्मान का हकदार हमे चुना गया यह मेरे लाइफ में फर्स्ट अवार्ड होगा जो हमेशा याद रहेगा कि हम कोई काम नहीं किये तो लोगों ने सम्मानित किया। इन लोगों का गुस्सा जायज है। नगर निगम के मेयर और वहां काम करने वाले कर्मचारियों को यह कहना चाहेंगे कि हमारे वार्ड पर ध्यान दीजिए। कब तक झूठा दिलासा देते रहेंगे। काम में तेजी लाइए जिससे यहां रहने वाले लोगों को राहत मिल सके।
लोगों ने कहा कि सब कमीशन का खेल है। कमीशन ज्यादा मांगी जाती है इसलिए क्षेत्र के विकास का काम रुका रहता है। इस आरोप को खारिज करते हुए महिला पार्षद कहती है कि मुझे कमीशन से कोई लेना देना नहीं है यह आरोप गलत है। आप लोग जैसा समझे लेकिन हम नहीं चाहते कि हमको कोई कमीशन मिले। अपने वार्ड में काम नहीं करने वाली महिला पार्षद को बुके देकर सम्मानित करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसे देखकर सोशल मीडिया यूजर्स भी हैरान हैं।