PATNA : बिहार में उद्यम लगाने के इच्छुक सभी युवाओँ, महिलाओं और अन्य लोगों का इंतजार खत्म हो गया। सभी मुख्यमंत्री उद्यमी योजनाओं के लाभार्थियों का चयन शुक्रवार सुबह 11 बजे से शुरु होकर दोपहर तक पूरा कर लिया गया। कम्प्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए 16000 लाभार्थियों का चयन हुआ जिन्हें उद्यमी योजना के तहत बिहार में उद्यम शुरु करने के लिए 5 लाख लोन और 5 लाख अनुदान के रुप में मिलेगा। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, जनजाति और अति पिछड़ा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना – तीनों उद्यमी योजनाओं के सभी चयनित और सफल 16000 अभ्यर्थियों को बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने शुभकामनाएँ दी और कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सभी सफल अथ्यर्थी आऩे वाले दिनों में बड़ा उद्यमी बनकर राज्य की तकदीर तस्वीर संवारने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार में उद्यमिता के विकास में ये सबसे बड़ा और ऐतिहासिक कदम है। पूरे देश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए और रोजगार सृजन की ऐसी कोई योजना नहीं है। बिहार ने राज्य में उद्योग और उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए जो कदम उठाया है, वो एक मिसाल है। उऩ्होंने कहा कि सभी 16000 अभ्यर्थी अगर कम से कम 10 को भी अपने उद्यम में रोजगार देने में सफल रहते हैं तो एक साल में ही बिहार में 1 लाख 60 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि वैसे भी इस योजना के तहत हर साल बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए हजारों आवेदकों को लोन और अनुदान सतत प्रक्रिया के तहत मिलेगा और इसी योजना से आने वाले कुछ सालों में लाखों रोजगार पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजनाओं के लाभार्थियों के चयन के लिए चयन समिति की बैठक सुबह 11 बजे पटना के गांधी मैदान स्थित आईडा के सभागार में शुरु हुई और दोपहर तक 16000 लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि लाभार्थियों का चयन पूरी पारदर्शिता से हुआ है। पूरी चयन प्रक्रिया का लाइव प्रसारण किया गया है, ताकि कोई भी और कहीं से भी चयन प्रक्रिया को देखकर तसल्ली कर सकें। मुख्यमंत्री उद्यमी योजनाओं के 16000 लाभार्थियों के चयन के लिए पहले जिलों में प्राप्त कुल 62,324 आवेदनों की दो स्तर पर स्क्रूटनी की गई । सभी तरह से योग्य पाए गए कुल 42,477 आवेदनों के डाटा को चयन प्रक्रिया प्रारंभ होने से कुछ देर पहले ही एऩआईसी द्वारा तैयार विशेष सॉफ्वेयर में हस्तांतरित किया गया। फिर कम्प्यूटराईज्ड रैंडमाइजेशन प्रोसेस के जरिए सभी वर्गों के योग्य आवेदनों के स्थान को सूची में बदली गई और फिर क्मप्यूटराईज्ड लॉटरी के जरिए 16000 सफल अभ्यर्थियों का चयन हुआ।
चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो, ये सुनिश्चित करने के लिए विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी के साथ बिहार के सभी प्रमुख उद्योग संगठनों, महिला उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे औऱ लाइव कैमरे के सामने चयन प्रक्रिया पूरी की गई। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने आगे कहा कि जिन आवेदकों का आवेदन निरस्त हुआ है, उन्हें भी निराश होने की जरुरत नहीं है। वो अगले साल फिर से आवेदन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि निरस्त हुए सभी आवेदकों को एसएमएस या इमेल के जरिए पूरी सूचना दी जाएगी कि उनका आवेदन निरस्त क्यों हुआ। ताकि अगले साल वो सावधानी से आवेदन भर सकें।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने सभी सफल अभ्यर्थियों से अपील की कि जिस तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरियादिली दिखाई है, सभी लाभार्थी इसे अपने लिए जिंदगी का सबसे बड़ा अवसर समझें और पूरी मेहनत और लगन से अपने उद्यम/उद्योग धंधे को खड़ा करें। उन्होंने कहा कि सभी सफल लाभार्थियों को आर्थिक मदद के साथ साथ उद्योग को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी और जब भी मदद की जरुरत होगी, उनका विभाग पूरी तरह तैयार मिलेगा।
उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जिद है कि उद्योग क्षेत्र में बिहार को नंबर एक बनाना है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लाभांवित सभी औद्योगिक ईकाईयां या उद्यम अपने उद्देश्य में सफल रहे, इसके लिए उनका विभाग कोई कसर नहीं छोड़ेगा। सफल लाभार्थियों को हर कदम पर मदद दी जाएगी, उद्यम लगाने से लेकर उसके सफल होने तक हर स्टेप पर मॉनिटरिंग की जाएगी। ये सुनिश्चित किया जाएगा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना शत प्रतिशत कामयाब हो।