MUZAFFARPUR : बिहार में 2016 में शराबबंदी कानून लागू है। राज्य में कहीं भी शराब पीना या शराब से जुड़ा किसी भी तरह का कोई कारोबार करना गैरकानूनी बताया गया है। हालांकि इसके नियमों में समय दर समय संशोधन किया जाता है लेकिन इसके बावजूद अभी भी राज्य में शराब से जोरा किसी भी तरह का कारोबार करने पर कठोर सजा मिलती है इसको लेकर राज्य में अलग से एक पुलिस टीम का भी गठन किया गया है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला मुजफ्फरपुर से निकल कर सामने आ रहा है जहां एक नर्सरी स्कूल में क्लास रूम में घुसकर 11 बच्चों पर जानलेवा हमला किया है। जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, शराबबंदी वाले बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नशेड़ी ने एक स्कूल में घुसकर कोहराम मचा दिया। यहां सकरा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय खेमाईपट्टी में एक नशेड़ी ने कक्षा में घुसकर पढ़ाई कर रहे बच्चों की बेरहमी से पिटाई कर दी। डंडा लेकर आए गांव के ही नशेड़ी संतोष पासवान के सामने जो भी बच्चे पड़े उसकी पिटाई की। बच्चों के रोने- चिल्लाने की आवाज पर जब क्लासरूम में टीचर पहुंची तो नशेड़ी भाग निकला। घटना में पहली, दूसरी व तीसरी कक्षा के 11 बच्चे जख्मी हो गए। करीब पांच दर्जन छात्र कक्षा में थे।
वही, बच्चों की पिटाई करने के बाद नशेड़ी संतोष भागकर अपने घर में छिप गया। जानकारी मिलने पर अभिभावक और ग्रामीण भागकर स्कूल पहुंचे। ग्रामीण संतोष को खोजने लगे। जिसके बाद यह मालूम चला कि वह अपने घर में छिपा है। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। स्कूल की प्रधान शिक्षिका नीतू कुमारी ने थाने में आवेदन दिया है।
इधर, टीचर के तरफ से दर्ज आवेदन में बताया कि एक ही कक्षा में पहली से तीसरी तक के छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे थे। वर्ग के शिक्षक बच्चों की हाजिरी लेकर उसे ऑनलाइन करने के लिए कार्यालय में देने आए थे। इसी दौरान नशेड़ी स्कूल में घुस गया। कक्षा में जो भी बच्चा सामने पड़ा, उसकी पिटाई कर दी। चीखें सुनकर जब वह शिक्षकों के साथ कक्षा में पहुंचीं तो कई बच्चे जमीन पर गिरे हुआ थे और चिल्ला रहे थे। आरोपित बच्चों पर डंडे बरसा रहा था। सकरा थानाध्यक्ष राजू कुमार पाल ने बताया कि आरोपित संतोष पासवान नशे की हालत में था। उसने बच्चों को क्यों मारा यह नहीं बता रहा है। पूछताछ के बाद उसे जेल भेजा जाएगा।