PATNA : बिहार में हो रहे पंचायत चुनाव के कारण शिक्षक के नियोजन की प्रक्रिया बाधित हुई है। पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है और इसी कारण माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 30000 से ज्यादा पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया रोक दी गई है। शिक्षक नियोजन प्रक्रिया को लेकर एक और बड़ी खबर जल्द ही सामने आ सकती है। अब प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन को भी स्थगित किया जा सकता है। इसके लिए शिक्षा विभाग जल्द ही आधिकारिक आदेश जारी कर सकता है।
आपको बता दें कि बिहार के प्रारंभिक स्कूलों में 94000 शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया जुलाई 2019 से चल रही है। जुलाई और अगस्त 2021 में दो चरणों में अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई इंदौर चरणों की प्रक्रिया में 85920 पदों के ऊपर केवल 38014 शिक्षक के चयनित हुए हैं जबकि 47906 पद अभी भी खाली हैं। इनमें से ज्यादातर महिला कोटे के लिए आरक्षित हैं। राज्य की 9000 नियोजन इकाइयों में से 1300 इकाइयों में तकरीबन 14 हजार शिक्षक पदों पर प्राथमिक शिक्षा निदेशालय काउंसिलिंग का शिड्यूल जारी करने की तैयारी में था। इसके लिए संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारियों से निदेशालय ने शिड्यूल को लेकर सुझाव भी मांगे। लेकिन पंचायत चुनाव की प्रक्रिया आरंभ होने के बाद शिक्षक समेत सभी जिला शिक्षा प्रशासन और स्कूल परिसर में चुनाव की गतिविधियां होने से नियोजन की कार्रवाई रुक गयी।
इतना ही नहीं प्राथमिक और मध्य विद्यालय शिक्षक के 38014 पद पर जो काउंसिलिंग में अंतिम रूप से चुन लिए गए हैं उन्हें भी नियुक्ति पत्र के लिए अभी इंतजार करना होगा। क्योंकि नियुक्ति पत्र भी नियोजन इकाइयों के प्रमुखों द्वारा ही दिया जाना है और इसके लिए तारीख भी वही तय करेंगे। यह निर्वाचन प्रक्रिया के समाप्त होने के बाद ही होगा। अभी अब आप तो पक्के तौर पर मानी जा रही है कि 12 दिसंबर को पंचायत चुनाव की प्रक्रिया खत्म होने के बाद ही आगे नियोजन और नियुक्ति की प्रक्रिया हो पाएगी।