KHAGARIA: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। हर दिन किसी ना किसी जिले से शराब के नशे में धुत शख्स की तस्वीर सामने आ रही है। कल हमने दिखाया था कि बक्सर में कैसे एक युवक शराब के नशे धुत सड़क के किनारे पड़ा हुआ था। युवक से जब यह पूछा गया कि उसने शराब क्यों पी है तब कानून की पोल खोलते हुए उसने कहा कि शराब ठीक बा डेली हम पिहिले। इस तरह की तस्वीरें आए दिन सामने आ रही है। नशेड़ी की एक और तस्वीर खगड़िया सदर अस्पताल से सामने आई है। जो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें ई-रिक्शा से अस्पताल में उतरने के बाद नशे में झूमते नशेड़ी ने जमकर ड्रामा किया।
जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिसके बाद वह झूमते हुए एसएनसीयू वार्ड के पीछे बनी झोपड़ी में चला गया। जब उसके बारे में लोगों से जानकारी ली गयी तब पता चला कि वह पोस्टमार्टम के वक्त डॉक्टरों की मदद करता है। उसकी पहचान सुरेन मल्लिक के रूप में हुई है। जो अस्पताल परिसर में ही एक झोपड़ीनुमा घर में रहता है।
सदर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों यह आरोप लगा रहे हैं कि सुरेन मल्लिक रोजाना शराब की नशे में धुत रहता है और अस्पताल में पहुंचकर लोगों को परेशान करता रहता है। नशे में होती ही उसकी ड्रामेबाजी शुरू हो जाती है। इस संबंध में जब सदर अस्पताल के प्रबंधक शशिकांत कुमार ने बताया कि फिलहाल वे छुट्टी पर हैं। इसकी जानकारी सिविल सर्जन को दी गयी है। इस मामले की जांच की जा रही है।
वही स्थानीय लोगों का कहना है कि सदर अस्पताल परिसर नशेड़ियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। देर शाम तक यहां नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। जिस पर ना तो पुलिस की नजर जाती है और ना ही उत्पाद विभाग ही कोई कार्रवाई करती है। अस्पताल परिसर में बन रहे एनएनएम कॉलेज और हॉस्टल के आस-पास भी नशेड़ियों को देखा जा सकता है।
जब अस्पताल के कर्मी यहां से भगाते है तब उल्टे नशेड़ी कर्मियों को ही धमकी देने लगते हैं। जिसके डर से इनसे कोई मुंह लगाना उचित नहीं समझता। खगड़िया सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के काम में हाथ बंटाने वाले सुरेन मल्लिक की शराब के नशे में धुत वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। शराबबंदी वाले बिहार में इस तरह की तस्वीर हैरान करने वाली है। इससे पहले भी हमने बेगूसराय, बक्सर, कटिहार, वैशाली सहित अन्य जिलों से तस्वीरें दिखाई थी जहां शराब के नशे में लोग मिले थे।
वही स्थानीय लोगों का कहना है कि सदर अस्पताल परिसर कुछ ऐसे लोग भी रहते हैं तो खुलेआम शराब के नशे में पुलिस और उत्पाद विभाग को आइना दिखा रहे हैं। वहीं यहां देर शाम नशेड़ियों की जमघट लगती है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि यहां शाम ढलते ही नवनिर्मित ANM कॉलेज और हॉस्टल के पीछे नशेड़ी की जमघट लगती है। कर्मी ने बताया कि कई बार अस्पताल की तरफ से इनको भगाने की कार्रवाई हुई। लेकिन ये लोग कर्मियों को धमकी देते हैं। जबकि पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर रही है।