बिहार के स्कूलों में बच्चों की जान से खिलवाड़: मिड डे मील में मिली मरी हुई छिपकली, दर्जनभर से अधिक बच्चे हुए बीमार; कब जागेगी डबल इंजन सरकार?

बिहार के स्कूलों में बच्चों की जान से खिलवाड़: मिड डे मील में मिली मरी हुई छिपकली, दर्जनभर से अधिक बच्चे हुए बीमार; कब जागेगी डबल इंजन सरकार?

NALANDA: बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आए दिन राज्य के अलग-अलग हिस्सों से मिड डे मील में गड़कबड़ी की शिकायतें सामने आ रहा हैं लेकिन न तो विभाग और ना ही सरकार इसको लेकर गंभीरता दिखा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या हमेशा की तरह सरकार तब जागेगी जब कोई बड़ा हादसा हो जाएगा?


दरअसल, अधिक से अधिक बच्चों को स्कूलों से जोड़ने और उनके पोषण को ध्यान में रखते हुए मध्याह्न भोजन योजना की शुरूआत की गई थी। इस योजना को फायदा भी मिला और स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ गई लेकिन इस योजना में लूट खसोट की खबरें मीडिया और अखबारों की सुर्खियां बनती रहीं। कभी मिड डे मील के चावल की चोरी तो कभी दूषित भोजन बच्चों को परोसा जाने लगा।


लगातार मिल रही गड़बड़ी के बाद सरकार ने किसी-किसी जगह बच्चों के लिए मिड डे मील का जिम्मा एनजीओ को भी सौंपा लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। राज्य के अलग अलग हिस्सों से बच्चों को दूषित खाना परोसने का सिलसिला जारी रहा। कभी चावल में कीडे, तो कभी खिचड़ी में सांप मिलते रहे और बच्चे मिड डे मील खाकर बीमार होते रहे लेकिन सरकार और विभाग को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। बार-बार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं लेकिन सरकार के स्थर पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।


ताजा मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से सामने आया है, जहां अम्बा पंचायत के देकपुरा में आंगनबाड़ी केंद्र में छोटे-छोटे बच्चों को परोसे गए भोजन की थाली में मरी हुई छिपकली मिलने के बाद हड़कंप मच गया। भोजन खाने से 14 बच्चे बीमार हो गए। उल्टी और पेट दर्द की शिकायत पर सभी को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया।


घटना की जानकारी मिलने के बाद स्कूल पहुंचे ग्रामीणों ने सेविका और सहायिका को घेर लिया। कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीण हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से लोगों को शांत कराया। रहुई अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। इस पूरे मामले पर डीपीओ ने जांच की बात कही है और कार्रवाई का भरोस दिलाया है।