CHHAPRA : एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जंग लड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर बिहार में एक ऐसी घटना सामने आई है. जिसके कारण दुनिया भर में इसकी किरकिरी हो रही है. दरअसल क्वारंटाइन सेंटर में एक विदेशी युवक के साथ चोरी का मामला सामने आया है. विदेशी युवक की शिकायत है कि अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से उसके महंगे सामान की चोरी हो गई. जिसमें लैपटॉप, कैमरा जैसे महंगे वस्तु के साथ-साथ और भी कई कीमती सामान शामिल हैं. फिलहाल सीएस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर छानबीन करने की बात स्वीकारी है.
मामला सारण जिले के छपरा सदर अस्पताल का है. जहां र्वतारोही का शौक़ीन और बुडापोस्ट युनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इकोनॉमिक्स से इंजीनियरिंग का छात्र विक्टर जिचो के साथ एक ऐसी घटना हुई है. जिसके कारण बिहार की प्रशासन की नाकामी का गुणगान विदेशों में भी हो रहा है. दरअसल विक्टर जिचो करीब 63 हजार किमी की दुरी तय कर भारत पहुंचा है. कोरोना जैसे वायरस के कारण लगे लॉक डाउन मे बुरी तरह फंस गया है. इस स्थिति में जरूरत के सभी कीमती सामानों की चोरी हो जाने की घटना ने उसे अंदर से झकझोर दिया है.
विदेशी युवक छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड की कुवावस्था को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था. वार्ड में सुविधा के नाम पर भी युवक को उदासीनता का दंश झेलना पड़ा है. जिसका खुलासा वह सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहा था. प्रशासनिक उदासीनता और सुविधा के नाम पर कुव्यवस्था का शिकार हुआ युवक लगातार सोशल मीडिया पर अपनी बात रखता रहा और मदद की गुहार लगाता रहा था. कभी कुर्सी तो कभी खानपान की कमी और वार्ड में उबाउपन की लगातार पोस्ट करता रहा था. उसने बताया था कि मैं थोड़े दिन में अपना फोटो, आर्टिकल शेयर करूंगा. लेकिन उससे पहले ही इसके सारे कीमती सामान चोरी हो गए.
एडवेंचर और कलात्मक फोटोग्राफी का ऐसा जुनून जिसने युवक को हंगरी से भारत के दार्जिलिंग तक का सफर तय करने को मजबूर कर दिया. विक्टर जिचो की माने तो एडवेंचर व फोटोग्राफी के साथ साथ विश्व के कई पर्वत श्रृंखलाओं पर शोध करना उनका लक्ष्य है. उनका मानना है कि वह हर कठिनाई भरे रास्ते की यात्रा उनकी फोटोग्राफी और निरंतर यात्रा करना जीवन का हिस्सा बन गया है. ये उन सभी उंची श्रृंखला वाली खूबसूरत पहाड़ों और पर्वतो पर चहलकदमी करना चाहते है इसके लिए सदैव प्रयासरत भी रहते है. इनका मानना है कि विश्वविद्यालय के उर्जा क्षेत्र में इंजीनियरिंग छात्र के रूप में विश्वविद्यालय परिसर मे कई आयोजन कराया. वही बिना यात्रा किये एक भी सेमेस्टर की कल्पना हम नही कर सकते. वे बताते है कि हर चेहरे के पिछे एक कहानी निहित है. प्रोट्रेट फोटोग्राफी दुनिया के समक्ष उस छिपे चेहरे के रहस्य को दिखाने का एक शानदार तरीका है जो वास्तव में कलात्मक है और इसे गुप्त न रखकर दिखाया जाना चाहिए.
पर्वतारोही विक्टर जिचो हंगरी से भारत के दार्जिलिंग साइकिल से ही यात्रा करने का ठान लिया. 8 फरवरी को भारत में प्रवेश किया वही 22मार्च को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर मे पुलिसकर्मीयों द्वारा रोका गया क्योकि भारत में इसी दिन लॉकडाउन की शुरआत हुई. वहां मौजूद चिकित्सकों नें इनकी जांचोपरांत संक्रमण मुक्त बताया. जबकि सरकार के निर्देशानुसार जो भी विदेश से आये हुए नागरिक या यात्री है उन्हे सेल्फ क्वारेन्टाइन होना होगा या सरकार द्वारा बनाये गए क्वारेन्टाइन सेन्टर मे रहना होगा. वही बिहार के सारण जिले मे पहुंचने के बाद इन सभी तथ्यो से अलग वर्ताव इस विदेशी नागरिक के साथ हुआ जो भारत सरकार की सभी व्यवस्थाओं की किरकिरी करा रहा है. संक्रमण मुक्त होते हुए भी विदेशी युवक को सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड मे रखा गया जहां की कुव्यवस्था अब जिले ही नही देश के बाहर विदेशो मे चर्चा का विषय बन गया है. कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया मे आइसोलेशन वार्ड में आवश्यकता जताते हुए कुर्सी व अन्य जरूरतमंद सामानों के सहायतार्थ पोस्ट डाली थी. हद हो अब गई है जब सीसीटीवी से लैस सुरक्षाकर्मीयों की देखरेख मे चल रहे अस्पताल परिसर के आइसोलेशन वार्ड से युवक का लैपटॉप, कैमरा व कई किमती समान चोरी कर लिया गया है. वही सीएस द्वारा मामला दर्ज कर जांच करने की बात कही जा रही है.