ARA: बिहार की नीतीश सरकार के कानून के राज का सबसे बेहतरीन उदाहरण देखिये. आरा में श्राद्ध के मौके पर नर्तकियों का डांस हुआ और इस दौरान रायफल से ताबड़तोड़ फायरिंग होती रही. रात के सन्नाटे में गोलियों की तड़तड़ाहट दूर-दूर तक गूंजती रही, लेकिन पुलिस के कानों तक आवाज नहीं पहुंची. अब इस वाकये का वीडियो वायरल हुआ है तो पुलिस कह रही है कि कार्रवाई कर रहे हैं.
आरा के बिहिया का मामला
आरा में रंगारंग डांस के दौरान झूमते हथियारबंद युवकों के ताबड़तोड़ फायरिंग का एक वीडियो तेजी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि मंच पर डांस चल रहा है और दो हथियारबंद शख्स सरेआम रायफल निकालकर स्टेज पर लगातार फायरिंग कर रहे हैं. फायरिंग करने वालों का मंच से बकायदा परिचय भी दिया जा रहा है.
श्राद्ध के मौके पर डांस और फायरिंग
इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो 13 सितंबर 2024 का बताया जा रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक भीम पट्टी निवासी जगबली यादव के निधन के बाद उनके श्राद्ध के मौके पर रात में नाच-गाने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, इसमें गायकों के साथ साथ महिला डांसरों को भी बुलाया गया था.
नाच-गाने के इस प्रोग्राम में हथियारबंद लोगों का एक ग्रुप भी शामिल होने पहुंचा था. उनमें से कुछ युवक हथियार लेकर मंच पर चढ़ गये. जब महिला डांसर का प्रोग्राम चल रहा था तो हथियार बंद युवकों ने सरेआम रायफल से फायरिंग करना शुरू कर दिया. दो युवकों ने मंच से ताबड़तोड़ फायरिंग की.
धुर ब्रांड गिरोह के थे लोग
जब प्रोग्राम के दौरान फायरिंग की जा रही थी तो मंच से उद्घोषक उन्हें धुर ब्रांड गिरोह का सदस्य बता रहे थे. बता दें कि आरा जिले में धुर ब्रांड नाम से एक गिरोह चल रहा है. इस गिरोह का नाम कई कांड में आ चुका है और आरा के बड़े इलाके में इस गैंग का प्रभाव है.
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस जागी
वीडियो वायरल होने के बाद भोजपुर के एसपी राज ने मीडिया को बताया कि फायरिंग करनेवालों की पहचान कर ली गई है. उनकी जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जायेगी. पुलिस ने आर्म्स एक्ट और लाउडस्पीकर अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज किया है. इसमें तीन नामजद समेत पांच अज्ञात को आरोपी बनाया गया है. पुलिस कह रही है कि नाच-गाने के कार्यक्रम के आयोजकों और फायरिंग करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस के मुताबिक धुर ब्रांड गिरोह से जुड़े तीन लोगों की पहचान कर ली गयी है. वीडियो वायरल होने के बाद तत्काल उस पर संज्ञान लिया गया है. आय़ोजकों ने बिना अनुमति के सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया था. वहीं, काफी खतरनाक तरीके से फायरिंग की जा रही थी. इससे जान माल की क्षति हो सकती थी.