NAWADA : राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में शुक्रवार को जमकर बदरा बरसे। जिससे मौसम सुहाना हो गया। हालांकि, ये बारिश कहर बनकर भी टूटी। नवादा में आज दोपहर वज्रपात की चपेट में चार लोग आ गए। जिसमें इलाज के दौरान तीन की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के आजमपुर गांव में आज दोपहर बारिश के दौरान वज्रपात से चार लोग झुलस गए थे। जिन्हें इलाज के लिए वारिसलीगंज पीएचसी लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तीन लोग को मृत घोषित कर दिया। जबकि एक व्यक्ति अभी पीएचसी में इलाजरत है। उसे पावापुरी मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। मृतक की पहचान आनंदी सिंह का पुत्र मोनू कुमार, देवनारायण सिंह का पुत्र अजय कुमार और अनिल झा की मौत हुई है, जबकि गौतम कुमार अभी भी इलाजरत है।
वहीं, इससे पहले जमुई, मुंगेर, गया व खगड़िया के एक-एक और लखीसराय-शेखपुरा के दो-दो व्यक्ति शामिल हैं। इनमें तीन लोगों की जान खेत में काम करने के दौरान हो गई। वहीं, एक की मौत पशु चराने के दौरान हुई। आमतौर पर वज्रपात होने की सबसे ज्यादा संभावना पहाड़ और पेड़ में होती है। इसके साथ ही हमें तालाब या पानी वाली जगह, ट्रांसफॉर्मर या टॉवर के नीचे कभी भी बारिश के समय खड़ा नहीं होना चाहिए। इन जगहों पर वज्रपात का खतरा ज्यादा होता है।
आपको बताते चलें कि, वज्रपात के समय किसी ऊंचे क्षेत्र पर जाने से बचें। इसके साथ ही कभी भी पेड़ के नीचे खड़े ना हो। खुले स्थान में हैं तो जल्दी से घर में चले जाएं लेकिन खिड़की और दरवाजें से दूर रहें। बिजली के पोल व मोबाईल टावर से दूर रहें। घर में पानी का नल या इलेक्ट्रॉनिक मशीनों को बंद कर दें। एक जगह पर कभी भी समूह में खड़े न हों। एक दूसरे से कम से कम 15 फीट दूरी बनाकर रखें।