PATNA: सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा की घटना को लेकर बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल आज राजभवन पहुंचे जहां महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। बीजेपी नेताओं ने महामहिम को घटना की जानकारी दी और कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। वही महामहिम राज्यपाल ने कहा कि वे इसे मामले को संज्ञान में लेकर गंभीरता से देखेंगे।
महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को ज्ञापन सौंपने के बाद बीजेपी नेताओं ने मीडिया से बातचीत की। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जिस प्रकार से बिहार में जो कल से स्थिति बनी हुई है जो घटनाएं लगातार कई जगहों पर घटी है इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार अपने दायित्व के निर्वहन करने में विफल साबित हुई है। शरारती तत्वों ने एक तरफा इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देकर बिहार की शांति व्यवस्था को भंग करने का काम किया है लेकिन दुर्भाग्य है कि महागठबंधन की सरकार इस तरह की घटनाओं पर काबू पाने में विफल साबित हुई है।
वही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि महामहिम से इस मामले को संज्ञान में लेने का आग्रह किया गया है। सासाराम और नवादा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कार्यक्रम होना था। नवादा में तो कार्यक्रम होगा लेकिन सासाराम के कार्यक्रम को पार्टी ने रद्द कर दिया गया है। बिहार सरकार के द्वारा धारा 144 लगाने का काम किया गया। जिसके बाद हमलोगों को कार्यक्रम रद्द करने का फैसला लेना पड़ा। आमलोगों की सुरक्षा पहले जरूरी है। जब तक आमलोग सुरक्षित नहीं हो सकते तब तक वहां कार्यक्रम नहीं किया जा सकता।
बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि वे चाहते हैं कि बिहार सरकार से यह जानने का प्रयास किया जाए कि किस परिस्थिति में इस तरह की घटना हुई। सभी जगह दंगे हो रहे है और बिहार की सरकार यह कहती है कि वे कुछ नहीं जानते उनके पास कोई रिपोर्ट ही नहीं है। इसलिए पलटी मारने वाले लोग लगातार पलटी मार रहे हैं। जबकि कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है। पुलिस एलांसमेंट कर रही है जिलाधिकारी के आदेशानुसार सासाराम में धारा 144 लगायी गयी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के गृह मंत्री के कार्यक्रम को रद्द करना पड़ गया। 144 आपने लगाया तो 144 हटाने की भी घोषणा करनी चाहिए थी। नीतीश कुमार आज पलटी मार रहे है। आज फ्लैग मार्च कर रहे हैं कल क्यों नहीं किये। लोग पलायन कर क्यों रहे हैं। लोगों का घर जलाया गया है जिसके बाद लोग ऐसा कदम उठा रहे हैं।
वही नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि गृह मंत्रालय का प्रभार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जिम्मे है जब यह घटना हुई तब सदन में जवाब देना चाहिए था। सदन चलते यह घटना हुई है तब सदन को बताना चाहिए था। लेकिन इस घटना को छिपाया गया। शासन प्रशासन में बैठे लोग इस तरह की घटना को छिपाने का काम करते हैं। जब घटना ने बड़ा रूप ले लिया तब बयानबाजी कर पलटने का वातावरण बनाया गया। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। महामहिम ने कहा कि इसे संज्ञान में लेकर गंभीरता से देखेंगे।